शनिवार, 26 दिसंबर 2015

चूरू.चिकित्सा मंत्री राठौड़ के फेसबुक पेज पर लगी बेटी की फोटो देख उसे लेने यूपी से चूरू आया दम्पती



चूरू.चिकित्सा मंत्री राठौड़ के फेसबुक पेज पर लगी बेटी की फोटो देख उसे लेने यूपी से चूरू आया दम्पती


उत्तर प्रदेश के शहर रामपुर में देखभाल के लिए चिकित्सक को सौंपी अपनी बच्ची की तलाश में युवक-युवती चूरू पहुंचे। वे खुद को बच्ची के माता-पिता होने का दावा कर रहे हैं। युवक वकील है, जबकि युवती इंजीनियर।

चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ व दो अन्य के फेसबुक पेज पर लगी एक बच्ची की तस्वीर देखकर यहां पहुंचे युवक-युवती ने उसे अपनी बेटी बताकर वापस दिलाने की मांग की। भाजयुमो कार्यकर्ताओं के साथ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया के पास पहुंचे युवक व युवती ने बताया, गत 22 जनवरी 2015 को युवती ने यूपी के रामपुर में एक निजी क्लिनिक पर बच्ची को जन्म दिया था।

26 जनवरी को बच्ची व मां की तबीयत बिगडऩे पर डॉक्टर ने मां को दूसरी जगह इलाज के लिए भेज दिया। देखभाल के लिए बच्ची को अपने पास रख लिया। बाद में बच्ची वापस मांगी तो उसने अब तक नहीं लौटाई। इस संबंध में युवती ने 10 जून 2015 को रामपुर में एफआईआर दर्ज करवाई। मगर अब तक बच्ची नहीं दिलाई गई। युवती को शक है जिस क्लिनिक में बच्ची ने जन्म दिया,उसने बच्ची को चूरू भेज दिया।

दंपति ने भाजयुमो कार्यकर्ता गौरव पारीक, अमजद तुगलक व मनीष हारित के साथ सहायक निदेशक बारोठिया से मुलाकात कर बच्ची को अपनी बताया। इस संबंध में बारोठिया ने जांच-पड़ताल कर आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया। बारोठिया का कहना है कि यह बच्ची तो चूरू जिले में ही लावारिश मिली थी। फिलहाल यह बच्ची बाल कल्याण समिति की देखरेख में है।

उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह चिकित्सा मंत्री राठौड़,बाल सुधार गृह का उद्घाटन करने चूरू के अग्रसेन नगर गए थे,तब उन्होंने बालिका को कुछ मिनट के लिए गोद में ले लिया था। उसके बाद किसी ने यह फोटो लेकर फेसबुक पर पोस्ट कर दी।

युवक-युवती को बच्ची दिखाने के निर्देश

चूरू. उत्तर प्रदेश के शहर रामपुर से अपनी बच्ची की तलाश में चूरू आए युवक-युवती ने शुक्रवार को चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ से मिलकर बच्ची की शक्ल दिखाने तथा वही होने पर उसे दिलाने की गुहार लगाई। भरतीया अस्पताल में हुए कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा मंत्री राठौड़ ने जिला कलक्टर को मामले की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, सिस्टम के मुताबिक युवक-युवती को बच्ची दिखाएं। इस संबंध में सारी जांच पड़ताल की जाए।

गौरतलब है कि गुरुवार को चूरू पहुंचे युवक-यवुती खुद को बच्ची के माता-पिता होने का दावा कर रहे हैं। वहीं बाल कल्याण समिति अध्यक्ष संतोष मासूम ने बताया कि समित के संरक्षण में पल रही जिस बालिका को लेने के लिए यूपी के रामपुर से जो युवक व युवती आई हैं उसका इस बच्ची से कोई संबंध नहीं लगता है।

चूंकि रामपुर की युवती के मुताबिक उसका प्रसव जनवरी माह में हुआ था, जबकि यह बच्ची अप्रेल माह में बीदासर क्षेत्र की झाडिय़ों में मिली थी। बच्ची का जन्म कुछ ही घंटे पहले हुआ था। इसलिए यह बच्ची उनकी हो ही नहीं सकती। रामपुर से आए युवक-युवती होने का दावा कर रहे हैं। उनकी जांच पुलिस से करवाई जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें