गुरुवार, 12 नवंबर 2015

जयपुर।खून बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश,दो शातिर बदमाश चढे पुलिस के हत्थे



जयपुर।खून बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश,दो शातिर बदमाश चढे पुलिस के हत्थे

राजस्थान की राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में चल रहे खून बेचने के गौरखधंधा का मोती डूंगरी थाना पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने खून बेचने वाला दो आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया है।
पुलिस के मुताबिक पकडे गए आरोपी जयकिशन और मुनेश सवाई मानसिंह अस्पताल में खून बेच रहे थे। पुलिस को आरोपियों के पास से खून का सैंपल, अस्पताल की पर्ची और 35 सौ रूपये बरामद किए है।







अस्पताल प्रशासन पर भी सवालिया निशान

पुलिस के हत्थे चढे दोनों शातिर बदमाशों ने खून बेचने के इस गोरखधंधे में शामिल लोगों की पोल खोल दी है। पुलिस पूछताछ में आरोपी सौदागर ने इस धंधे में अस्पताल प्रशासन के कुछ लोगों के शामिल होने की बात भी कही है।



जो साथ मिलकर गांव के भोले भोले जरूरतमंद परिजनों को फंसाकर उन्हें अवैध रूप से मंहगे दामों पर खून बेचते हैं। पुलिस के मुताबिक पकडे गए आरोपी जयकिशन और मुनेश सवाई मानसिंह अस्पताल में खून बेच रहे थे। पुलिस को आरोपियों के पास से खून का सैंपल, अस्पताल की पर्ची और 35 सौ रूपये बरामद किए है।











खून की कीमत 5 से 25 हजार रूपए

दरअसल, पुलिस ने दोनों आरोपियों के एक एनजीओ के सहयोग के दबोचा है। मोती डूंगरी थाने के एस.आई मामू सिंह ने बताया कि दोनों आरोपी 5 हजार से लेकर 25 हजार तक खून बेचते है। ये आरोपी पर्ची, डाॅक्टर्स की सील और हस्ताक्षर के जरिये स्वास्थ्य कल्याण बैंक से ब्लड लेते हैं।









जेल से निकलकर फिर शुरू किया धंधा

पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि इसमें पकडा गया आरोपी जयकिशन पहले भी खून बेचने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है और अभी 10 दिन पहले जेल से छूटकर आया है। लेकिन रूपए के लालच में जयकिशन ने फिर से खून बेचने का धंधा शुरू कर दिया।







संकल्प समृद्धि संस्थान की संचालक भावना शर्मा ने सवाई मानसिंह अस्पताल में चल रहे खून बेचने के इस धंधे की पुलिस को जानकारी दीं और पुलिस ने तुरंत इस पर अपनी कार्रवाई का अंजाम दिया।

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