अजमेर / ब्यावर।शहजाद के खतरनाक मंसूबे..अहमदाबाद का राजनेता था निशाने पर
किशनगढ़ के भंवर सिनोदिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी शार्प शूटर शहजाद के निशाने पर अहमदाबाद का एक बड़ा व्यापारी व राजनेता था। शहजाद पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ता तो दिवाली से पहले अहमदाबाद के राजनेता व व्यापारी के यहां लूट व हत्या की वारदात की साजिश को अमलीजामा पहना चुका होता। शहजाद हत्या की सुपारी ले चुका था।
शहजाद ने पुलिस की स्पेशल टीम की पूछताछ में कई सनसनीखेज रहस्य उजागर किए। पुलिस पड़ताल में जुटी है कि राजनेता की सुपारी उसे किसने दी।पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन व स्पेशल टीम ने शहजाद से सख्ती से पूछताछ की। शहजाद ने बताया कि वह अहमदाबाद भागने की फिराक में था। वहां एक राजनेता का काफी विशाल गोदाम है जहां पर लूटपाट की साजिश रची गई थी।
यह व्यापारी के साथ-साथ जाना-माना राजनेता भी है। लेकिन वह राजनेता कौन है और किसने उसकी हत्या की सुपारी दी, इस पर शहजाद चुप्पी साधे हुए है। दूसरी ओर पुलिस ने भंवर सिनोदिया हत्याकांड के आरोपित बलवाराम जाट सहित कुख्यात इनामी अपराधी आनंदपाल सिंह के साथ रिश्तों को लेकर शहजाद से पूछताछ तेज कर दी है। पुलिस को कई अहम सुराग भी हाथ लगे हैं। सोमवार दोपहर नागौर जिले के रोल पुलिस थाने के प्रभारी ने भी ब्यावर सिटी थाने में शहजाद से पूछताछ की। गौरतलब है कि शहजाद रोल थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ हत्या सहित कई मामले दर्ज हैं।
जेल में हुई थी मुलाकात
शहजाद ने पुलिस को बताया कि दो साल पहले आनंदपाल से उसकी मुलाकात अजमेर सेन्ट्रल जेल में हुई थी। मुलाकात बलवाराम ने करवाई थी। जेल में वह आनंदपाल के सम्पर्क में रहा। उसकी फरारी के बाद आनंदपाल के गुर्गो ने सम्पर्क किया। उसने आनंदपाल के छिपने के ठिकाने भी देखे थे।
फरारी के बाद मुलाकात की कोशिश
आनंदपाल के फरार होने के बाद शहजाद ने उससे सम्पर्क करने का प्रयास किया। आनंदपाल केखास गुर्गे ने नागौर में शहजाद से मुलाकात भी की। दो बार शहजाद से मिलने का समय तय हुआ लेकिन खतरा भांपते हुए आनंदपाल ने आधे मार्ग में ही रास्ता बदल लिया।
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