अजमेर।शार्प शूटर शहजाद गिरफ्तार, कर चुका पूर्व एमएलए के बेटे की हत्या
किशनगढ़ के पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया के बेटे भंवर सिनोदिया की हत्या के आरोपित शार्प शूटर शहजाद को आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) व पुलिस की स्पेशल टीम ने उदयपुर में दबोच लिया। जिला पुलिस ने एक माह पहले शहजाद पर पांच हजार का ईनाम घोषित किया था, जबकि एक साल से उसकी तलाश थी। हालांकि जिला पुलिस ने शहजाद की गिरफ्तारी को गोपनीय रखा है।
पुलिस की स्पेशल टीम व आतंक निरोधी दस्ते ने शूटर नागौर रोल थाना निवासी शहजाद खान को उदयपुर में दबोच लिया। जिला पुलिस की स्पेशल टीम शहजाद की एक माह से सरगर्मी से तलाश कर रही थी। देर रात उसे कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त में अजमेर लाया गया।
हालांकि पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी को गोपनीय रखा है। गौरतलब है कि शूटर शहजाद ने पैरोल पर रहने के दौरान 9 मार्च 2011 को नयागांव निवासी बलवाराम जाट के साथ मिलकर किशनगढ़ के पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया के बेटे भंवर सिनोदिया को अगवा करने के बाद हत्या कर दी थी।
यहां काटी फरारी
अजमेर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विकासकुमार ने शार्प शूटर शहजाद के खिलाफ एक माह पहले 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। सूत्रों के मुताबिक शहजाद पर पिछले एक माह से जिला पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। शहजाद ने नागौर, जम्मू, आगरा, फिरोजाबाद में फरारी काटी। शहजाद के उदयपुर में ठहरते ही स्पेशल टीम ने उसे दबोच लिया।
ट्रेन से कूदकर भागा
शहजाद गत वर्ष 17 सितम्बर को श्रीगंगानगर के केन्द्रीय कारागार से जयपुर केन्द्रीय कारागार में ले जाने जाने के दौरान डेगाना-मेड़तासिटी के बीच चालानी गार्ड को गच्चा देकर ट्रेन से कूद गया था। तब से जीआरपी मेड़ता रोड पुलिस और अजमेर पुलिस उसकी तलाश में थी।
ऑपरेशन मगरमच्छ की कामयाबी
जिला पुलिस की ओर से चलाए गए ऑपरेशन मगरमच्छ के तहत शहजाद को इनामी बदमाश घोषित किया गया। बीते एक माह में क्यूआरटी व स्पेशल टीम ने जिले के पांच कुख्यात अपराधियों को पकडऩे में कामयाबी हासिल की है।
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