नई दिल्ली।दाऊद के करीबियों की बढ़ेंगी मुश्किलें? छोटा राजन कर रहा है मुंबई पुलिस में मौजूद "भेदियों" के नाम का खुलासा
इंडोनेशिया के बाली में गिरफ्तार हुआ अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन आज 27 साल भारत लौटा है। भारत लेकर आई सीबीआई टीम छोटा राजन को किसी अज्ञात स्थान पर ले गई है। उसके ऊपर चल रहे मामलों की जांच सीबीआई करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छोटा राजन ने पूछताछ के दौरान मुंबई के उन पुलिसवालों के नाम बताए हैं, जो डॉन दाऊद इब्राहिम के मददगार रहे हैं। छोटा राजन ने पूछताछ करने वालों में आईबी, रॉ और सीबीआई के अधिकारी मौजूद है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक छोटा राजन ने दाऊद के मददगारों के अलावा दाऊद के अरब लिंक की भी जानकारी दी है। यह भी बताया जा रहा है कि जब राजन एयरपोर्ट पर विमान से नीचे उतरा, तो उसने सबसे पहले 'भारतीय धरती को चूमा था।'
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डायलिसिस की खबर निराधार
पिछले ढाई दशक से अधिक समय से फरार अंडरवल्र्ड डॉन छोटा राजन 24 घंटे के लिए 'इंडिया इंटरपोल' यानी सीबीआई की हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मीडिया में छोटा राजन की डायलिसिस की खबरें निराधार हैं।
सीबीआई को मामले सौंपने पर तीखी आलोचना
छोटा राजन उर्फ मोहन कुमार के खिलाफ मामलों को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के फैसले की शुक्रवार को राजनीतिक पार्टियों ने आलोचना की। दो विपक्षी पार्टियों ने कहा कि इससे मुंबई पुलिस का मनोबल टूटेगा। दो प्रमुख विपक्षी पार्टियों कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने राज्य सरकार के इस फैसले की तीखी आलोचना की।
सारे केस सीबीआई देखेगी तो पुलिस क्या करेगी
मुंबई कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष संजय निरूपम ने कहा कि पहले शीना बोरा हत्याकांड की जांच और अब छोटा राजन से संबंधित मामलों को महाराष्ट्र ने सीबीआई को सौंप दिया। निरूपम ने आश्चर्य जताते हुए कहा, 'यदि इन सारे मामलों से सीबीआई निपटेगी, फिर मुंबई पुलिस क्या करेगी।' उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से इस फैसले पर दोबारा विचार करने का अनुरोध किया।
राकंपा ने भी की आलोचना
वहीं राकांपा के प्रदेश प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि केवल तीन दिन पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ-साथ मुंबई पुलिस आयुक्त अहमद जावेद ने आश्वस्त किया था कि छोटा राजन को मुंबई लाया जाएगा। मलिक ने कहा, 'फिर उसे अब दिल्ली क्यों ले जाया गया? इसके पीछे की रणनीति क्या है? पत्रकार ज्योतिरादित्य डे हत्याकांड व पाकमोदिया स्ट्रीट गोलीबारी सहित सभी महत्वपूर्ण मामलों की जांच क्या सीबीआई करेगी। क्या उन्हें हमारी पुलिस की क्षमता पर संदेह है? यह मुंबई पुलिस के मनोबल को गिराता है।' मलिक ने कहा कि राज्य सरकार को मुंबई पुलिस पर भरोसा नहीं है, इससे लोगों के बीच गलत संदेश जाएगा।
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