बाड़मेर मानवता मर गयी महिलाओ की भी।।महिला ने कानून को हथियार बनाया ।।निहायत झूठ मुक़दमा दर्ज।।परिषद कार्मिक पर।।
बाड़मेर गुरुवार को महिला थाना बाड़मेर में नगर परिषद् के आर आई अशोक शर्मा के खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ का मुक़दमा दर्ज कराया।।यह निहायत झूठ मुक़दमा।।इस महिला ने शौचालय निर्माण के लिए आवेदन कर रखा था।।जांच में यह नियमो में नही आ रहा था।।आर आई ने वस्तुस्थति की रिपोर्ट बना दी ।महिला की जिद थी की शौचालय तो लीजे रहूंगी।।कल परिषद् परिसर में इसी बात को लेकर महिला शर्मा से उलझ पड़ी।शर्मा ने स्पस्ट कहा महिला को की आयिक्त साब बेठे हे उनसे मिल लो वो कह देंगे तो कर दूंगा।मैं अपने स्तर पर नही कर सकता।उलटे महिने शर्मा पर गलियो की बौछार कर दी।इसके बावजूद अपना काम हिट न देख ।।मुक़दमे की धमकी दे डाली।।कल शाम महिला ने कोतवाली जाकर शिकायत पेश की ।जिस पर माहोल ठाणे ने मुकदमा भी दर्ज करलिया।लोगो की मानसिकता मे कितनी गिरावट आई देखने को मिली।।एक महिला महज आठ हज़ार रुपये पाने के लिए अपनी लाज शतम् दांव पे लगा बेठी।।शर्मा पर आरोप उस वक़्त लगाए जब परिषद् कार्यालय सुचारू चल रहा था।दर्जनों लोग और परिषद् कार्मिक भी उपस्थित थे।।महिला का यह कृत्यकिस श्रेणी में गिना जाए समझ नही आता।शर्मा को प्रमाण पात्र देना मेरा मकसद नही हे मगर अनावश्यक दबाव मुकदमो के जरिये बना कर का स्वीकृत करने की मांस पर सवाल जरूर खड़े करूँगा।।यह सीधे सीधे कार्मिक को ब्लैकमेल करने की साजिश नजर आई।।मिडिया और पार्षद भी मौके पे थे।।छेड़छाड़ जेसी घटना तो नजर नही आई।।।।आपसी मनमुटाव को लेकर परिषद् वेसे अखाड़ा बना हुआ हैं यह मुक़दमा उसी का एक हिस्सा प्रतीत हो रहा हैं।
बाड़मेर गुरुवार को महिला थाना बाड़मेर में नगर परिषद् के आर आई अशोक शर्मा के खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ का मुक़दमा दर्ज कराया।।यह निहायत झूठ मुक़दमा।।इस महिला ने शौचालय निर्माण के लिए आवेदन कर रखा था।।जांच में यह नियमो में नही आ रहा था।।आर आई ने वस्तुस्थति की रिपोर्ट बना दी ।महिला की जिद थी की शौचालय तो लीजे रहूंगी।।कल परिषद् परिसर में इसी बात को लेकर महिला शर्मा से उलझ पड़ी।शर्मा ने स्पस्ट कहा महिला को की आयिक्त साब बेठे हे उनसे मिल लो वो कह देंगे तो कर दूंगा।मैं अपने स्तर पर नही कर सकता।उलटे महिने शर्मा पर गलियो की बौछार कर दी।इसके बावजूद अपना काम हिट न देख ।।मुक़दमे की धमकी दे डाली।।कल शाम महिला ने कोतवाली जाकर शिकायत पेश की ।जिस पर माहोल ठाणे ने मुकदमा भी दर्ज करलिया।लोगो की मानसिकता मे कितनी गिरावट आई देखने को मिली।।एक महिला महज आठ हज़ार रुपये पाने के लिए अपनी लाज शतम् दांव पे लगा बेठी।।शर्मा पर आरोप उस वक़्त लगाए जब परिषद् कार्यालय सुचारू चल रहा था।दर्जनों लोग और परिषद् कार्मिक भी उपस्थित थे।।महिला का यह कृत्यकिस श्रेणी में गिना जाए समझ नही आता।शर्मा को प्रमाण पात्र देना मेरा मकसद नही हे मगर अनावश्यक दबाव मुकदमो के जरिये बना कर का स्वीकृत करने की मांस पर सवाल जरूर खड़े करूँगा।।यह सीधे सीधे कार्मिक को ब्लैकमेल करने की साजिश नजर आई।।मिडिया और पार्षद भी मौके पे थे।।छेड़छाड़ जेसी घटना तो नजर नही आई।।।।आपसी मनमुटाव को लेकर परिषद् वेसे अखाड़ा बना हुआ हैं यह मुक़दमा उसी का एक हिस्सा प्रतीत हो रहा हैं।
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