बीकानेर तेजरासर . जसनाथ मेले में उमड़े श्रद्धालु
आस-पास व दूरदराज क्षेत्र से आए समाज के लोगों ने राजनीतिक, धार्मिक व सांस्कृतिक गतिविधियों पर आपसी विचार मंथन किया।
इस दौरान समाज में मृत्यु भोज बन्द करना, दहेज प्रथा बन्द करना, सामाजिक अस्पर्शयता को मिटाना, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना, जिला प्रशासन के सहयोग से जिले में शिक्षा को बढ़ाना देने के लिए छात्रावास का निर्माण करवाना आदि सहयोग की अपेक्षा सहित समाज के धार्मिक मूल्यों पर सामूहिक चर्चा की गई।
गांव के दुलनाथ ज्याणी ने बताया कि जागरण के बाद रविवार अलसुबह मन्दिर महंत लिखमनाथ ज्याणी ने जोत प्रज्वलित की।
इसके बाद श्रद्धालुओं ने मन्दिर परिसर में निज देव का अभिषेक कर पूजा अर्चना की तथा मन्दिर के फेरियां लगाकर मनौतियां मांगी।
समाज के परमहंसों के सानिध्य में मंदिर में हवन हुआ। वहीं मुक्तिधाम कतरियासर में लोकदेवी श्रीकालदे के मुख्य महन्त मोहननाथ ज्याणी व जसनाथजी मन्दिर के महंत बीरबलनाथ ज्याणी ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए अलसुबह चार बजे मन्दिर खोल दिए गए। तीनों स्थानों पर नव विवाहित जोड़ों ने गंठ जोड़ों की जात लगाई।
व बच्चों के झडूले उतारे। साथ ही लोकदेवता के गुरु गोरखनाथ मन्दिर गोरख मालिया व जाळमाता में भी श्रद्धालुओं ने अभिषेक, पूजा अर्चना व फेरियां लगाकर मन्नतें मांगी। डाबला अवतार जसनाथ मन्दिर, कतरियासर के श्रीकालदे माता मन्दिर व जसनाथ मन्दिर में Ÿद्धालुओं के लिए भोजन व ठहरने की व्यवस्था की गईं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें