मंगलवार, 24 नवंबर 2015

गगन पंडित गैंगवार में हो सकता है आनंदपाल का हाथ, कैसे सुलझेगी आनंदपाल की पहेलियां ?

गगन पंडित गैंगवार में हो सकता है आनंदपाल का हाथ, कैसे सुलझेगी आनंदपाल की पहेलियां ?

जयपुर राजस्थान में अपराध जगत पर अपना वर्चस्व कायम करने को लेकर कई सरगाना पैदा हुए है। इन गैंग्स का जीता जागता उदाहरण आनंदपाल सिंह है। जयपुर में सोमवार को हुए गैंगवार में भी आनंदपाल गैंग का बडा हाथ हो सकता है ।

सोमवार को हुए गगन पंडित गैंगवार भी आनंदपाल सिंह गैंग को लेकर देखा जा रहा है । इस गैंग के संबंध हालाकिं सिधे किसी भी गैंग से नही बताये जा रहे लेकिन गगन पंडित हिस्ट्रीशिटर है तो हो सकता है कि राजस्थान में अपना वर्चस्व बनाने को लेकर किसी ने किसी गैंग के साथ काम करता हो ।

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गैंगवार मे घायल हिस्ट्रीशीटर गगन पंडित की हालत में अब सुधार है। पंडित 6 गोलियां लगी थी, जिसमें पांच डॉक्टरों ने निकाल ली है। हमले में घायल बंटी को अस्पताल से डीस्चार्ज कर दिया गया है । जबकि जितेंद्र और सुनील का इलाज सर्जिकल आईसीयू में चल रहा है।उधर,पुलिस ने आज इस गैंगवार के मामले में सवाईमानसिंह अस्पताल से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। सोमवार को भी पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी गिरफ्तार किया था।

इन गैंग्स को देखते हुए राजस्थान में पुलिस भी डर रही है । गगन पंडित मामले के कई घंटो बाद तक पुलिस इस फायरिंग को छुपाती रही । राजधानी में आम सड़कों पर इस प्रकार की वारदातों के होने का मतलब है कि अपराधियों में पुलिस और कानून व्यवस्था का खौफ नाममात्र भी नही है । आनंदपाल सिंग भी पुलिस की शह से राजस्थान में अपना गिरोह खुले आम चला रहा है ।सोमवार को जवाहर नगर थाना इलाके के मोनीलेक अस्पताल के पास हुई फायरिंग में गगन पंडित गंभीर रुप से घायल हो गया था । पंडित की हालत में थोडा सूधार है । उसने बताया कि वो अपने रेस्टोरेंट के उद्धघाटन के लिए वहां तैयारियां देखने गया था।
त्यारियों को देखकर गगन जब कार से वापस रवाना हो रहा था तो सामने से आकर दो युवकों ने पिस्टल तान दी। गगन के भाई ने उसे रोकना चाहा तो पीछे से पांच छ युवक ओर आ गए और अंधाधुंध फायरिंग कर दी। फायरिंग करने के तुंत बाद आरोपी मौके से फरार हो गये ।
आनंदपाल को फरार हुए करीब तीन महीनों का वक्त बितने जा रहा है लेकिन पुलिस उसके आस पास तक नही पहुंच पाई है । पुलिस आनंदपाल को लगभग भूल सी गई है । कहीं आनंदपाल का कोई जिक्र भी नही होता । पिछली बार जब सूबे की सीएम नागौर के दौरे पर थी तब अधिकारियों को आनंदपाल को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये थे लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नही रैंगी ।डॉक्टरों ने पंडित की हालत खतरे से बाहर बताई है। पुलिस ने आज इस मामले में तीन संदिग्धों को अस्पताल से ही हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ जारी है। सोमवार को भी इस मामले में पुुलिस ने कोटपुतली में एक संदिग्ध को कार समेत पकड़ा था।
पिछले कई दिनों से आनंदपाल के राजस्थान से बाहर होने की खबरें भी आ रही थी । लेकिन सब हवा है । पुलिस का दावा है कि आनंदपाल राजस्थान से बाहर नही गया है । तो इसका मतलब आनंदपाल राजस्थान मे है और यहीं से अपने अपराध जगत को संचालित कर रहा है ।
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हालांकि पुलिस इन इस गैंग का आनंदपाल कि से कोई वास्ता नही बताया है । पुलिस ने बताया कि ये लोग आपस में किसी अनबन के चलते अक्सर झगडते रहते है लेकिन सोमवार को जो वारदात हुई है उससे कहीं न कहीं इन लोगोें के तार किसी गैंग से जरूर मिलते है।

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