रोडवेज की अव्यवस्थाओं के चलते यात्री परेशान
-तिलक बस स्टेण्ड पर यात्री सुविधा के लिए टिकट खिड़की लगाने की मांग
-तिलक बस स्टेण्ड पर यात्री सुविधा के लिए टिकट खिड़की लगाने की मांग
बाड़मेर, 22 अक्टूबर। बाड़मेर शहर मंे आम जनता के लिए सुविधाजनक स्थान तिलक बस स्टेण्ड से यात्री सुविधा के लिए टिकट खिड़की हटा देने से यात्रियांे को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नया बस स्टेण्ड मुख्य शहर से एक कोने पर स्थित होने के कारण यात्रियांे को रोडवेज बसांे मंे यात्रा के लिए अतिरिक्त किराया देकर पहुंचना पड़ रहा है। सांय एवं रात्रिकालीन समय मंे विशेषकर महिला यात्रियांे को शहर के अंदर आने मंे खासी दिक्कत होती है। रोडवेज की अव्यवस्थाआंे के चलते यात्रियांे को मजबूरन अवैध वाहनांे मंे यात्रा करनी पड़ रही है।
बाड़मेर रोडवेज प्रबंधन की ओर से मौजूदा समय मंे अधिकतर मार्गाें पर नियमित रूप से चल रही बसांे को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा जो बसें संचालित हो रही है उनको भी कई बार समय पर नहीं भेजकर रोक दिया जाता है। इसकी वजह से यात्रियांे को मजबूरन अवैध वाहनांे मंे यात्रा करनी पड़ती है। अवैध वाहन भी रोडवेज की इस अव्यवस्था का फायदा उठाकर यात्रियांे से दोहरा किराया वसूल रहे है। प्रातःकालीन एवं सांयकालीन अंतिम समय मंे आम जनता को सुविधा के लिए रोडवेज बसांे की जरूरत है। लेकिन यात्री सुविधा को नजरदांज करते हुए प्रातःकालीन एवं सायंकालीन बसांे को बंद कर दिया गया है। बाड़मेर रोडवेज डिपो के सभी मार्गाें पर पहले हर आधे घंटे मंे बस उपलब्ध होती थी। मौजूदा समय मंे कई घंटांे तक रोडवेज बस उपलब्ध नहीं होती है। स्थानीय रोडवेज प्रशासन की अव्यवस्थाआंे के चलते बाड़मेर रोडवेज डिपो का राजस्व न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इस संबंध मंे यात्रियांे ने मुख्यमंत्री वसुंधराराजे, परिवहन मंत्री यूनूस खान, राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चैधरी, परिवहन राज्य मंत्री बाबूलाल वर्मा, सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी, विधायक मेवाराम जैन, तरूणराय कागा, मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव जन अभियोग निराकरण विभाग, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम, जिला कलक्टर को पत्र भेजकर बाड़मेर शहर मंे यात्री सुविधा एवं निगम हित मंे सभी मार्ग के यात्री सुविधा के लिए सुविधाजनक स्थान तिलक बस स्टेण्ड पर टिकट खिड़की की व्यवस्था करने की मांग की है। ताकि आम जनता को बेहतर यातायात सुविधा के साथ राहत मिल सके।
गांव के किराये से महंगा बस स्टेण्ड पहुंचने का किरायाः बाड़मेर शहर से आसपास के कई गांवांे मंे पहुंचने के लिए निर्धारित रोडवेज बसांे के किराये से ज्यादा किराया आमजन को वृद्विचंद केन्द्रीय बस स्टेण्ड तक पहुंचने के लिए चुकाना पड़ रहा है। चैहटन,धोरीमन्ना, गडरारोड़ मार्ग पर संचालित होने वाली रोड़वेज बसांे के रूट चार्ज मंे करीब 25 किमी तक आने वाले गांवांे का किराया 10 से 20 रूपए तक निर्धारित है। लेकिन बाड़मेर शहर से केन्द्रीय बस स्टेण्ड तक जाने के लिए टैक्सी का किराया न्यूनतम 30 से 40 रूपए देना पड़ता है। ऐसे मंे आमतौर पर अवैध वाहनांे के जरिए यात्री केन्द्रीय बस स्टेण्ड जाने के बजाय सीधा अपने गांव जाना पसंद करते है। ऐसे मंे तिलक बस स्टेण्ड पर टिकट खिड़की की व्यवस्था हो जाए तो आमजन को खासी राहत मिल सकती है।
रात्रि के समय यात्री होते है परेशानः बाड़मेर शहर आने वाली यात्रियांे को सिणधरी चैराहे के पास स्थित केन्द्रीय बस स्टेण्ड पर छोड़ा जाता है। ऐसे मंे उनको शहर मंे आने के लिए मजबूरन मनमाना किराया अदा करना पड़ता है। विशेषकर रात्रि के समय महिला एवं वृद्व यात्रियांे को इसकी वजह से खासी दिक्कत होती है।
बाड़मेर रोडवेज प्रबंधन की ओर से मौजूदा समय मंे अधिकतर मार्गाें पर नियमित रूप से चल रही बसांे को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा जो बसें संचालित हो रही है उनको भी कई बार समय पर नहीं भेजकर रोक दिया जाता है। इसकी वजह से यात्रियांे को मजबूरन अवैध वाहनांे मंे यात्रा करनी पड़ती है। अवैध वाहन भी रोडवेज की इस अव्यवस्था का फायदा उठाकर यात्रियांे से दोहरा किराया वसूल रहे है। प्रातःकालीन एवं सांयकालीन अंतिम समय मंे आम जनता को सुविधा के लिए रोडवेज बसांे की जरूरत है। लेकिन यात्री सुविधा को नजरदांज करते हुए प्रातःकालीन एवं सायंकालीन बसांे को बंद कर दिया गया है। बाड़मेर रोडवेज डिपो के सभी मार्गाें पर पहले हर आधे घंटे मंे बस उपलब्ध होती थी। मौजूदा समय मंे कई घंटांे तक रोडवेज बस उपलब्ध नहीं होती है। स्थानीय रोडवेज प्रशासन की अव्यवस्थाआंे के चलते बाड़मेर रोडवेज डिपो का राजस्व न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इस संबंध मंे यात्रियांे ने मुख्यमंत्री वसुंधराराजे, परिवहन मंत्री यूनूस खान, राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चैधरी, परिवहन राज्य मंत्री बाबूलाल वर्मा, सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी, विधायक मेवाराम जैन, तरूणराय कागा, मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव जन अभियोग निराकरण विभाग, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम, जिला कलक्टर को पत्र भेजकर बाड़मेर शहर मंे यात्री सुविधा एवं निगम हित मंे सभी मार्ग के यात्री सुविधा के लिए सुविधाजनक स्थान तिलक बस स्टेण्ड पर टिकट खिड़की की व्यवस्था करने की मांग की है। ताकि आम जनता को बेहतर यातायात सुविधा के साथ राहत मिल सके।
गांव के किराये से महंगा बस स्टेण्ड पहुंचने का किरायाः बाड़मेर शहर से आसपास के कई गांवांे मंे पहुंचने के लिए निर्धारित रोडवेज बसांे के किराये से ज्यादा किराया आमजन को वृद्विचंद केन्द्रीय बस स्टेण्ड तक पहुंचने के लिए चुकाना पड़ रहा है। चैहटन,धोरीमन्ना, गडरारोड़ मार्ग पर संचालित होने वाली रोड़वेज बसांे के रूट चार्ज मंे करीब 25 किमी तक आने वाले गांवांे का किराया 10 से 20 रूपए तक निर्धारित है। लेकिन बाड़मेर शहर से केन्द्रीय बस स्टेण्ड तक जाने के लिए टैक्सी का किराया न्यूनतम 30 से 40 रूपए देना पड़ता है। ऐसे मंे आमतौर पर अवैध वाहनांे के जरिए यात्री केन्द्रीय बस स्टेण्ड जाने के बजाय सीधा अपने गांव जाना पसंद करते है। ऐसे मंे तिलक बस स्टेण्ड पर टिकट खिड़की की व्यवस्था हो जाए तो आमजन को खासी राहत मिल सकती है।
रात्रि के समय यात्री होते है परेशानः बाड़मेर शहर आने वाली यात्रियांे को सिणधरी चैराहे के पास स्थित केन्द्रीय बस स्टेण्ड पर छोड़ा जाता है। ऐसे मंे उनको शहर मंे आने के लिए मजबूरन मनमाना किराया अदा करना पड़ता है। विशेषकर रात्रि के समय महिला एवं वृद्व यात्रियांे को इसकी वजह से खासी दिक्कत होती है।
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