चंडीगढ़ हरियाणाः संदिग्ध परिस्थितियों में मिला नाबालिग दलित का शव, परिजन बोले- पुलिस ने मारा
हरियाणा के गोहाना कस्बे में 15 साल के एक लड़के को रहस्यमय परिस्थिति में गुरुवार को मृत पाया गया। जिससे पूरे गांव में तनाव व्याप्त हो गया है। घटना के बाद गांव में काफी हंगामा हुआ।
गांव वाले इसे हत्या का मामला मानते हुए पुलिस वालों को इसका जिम्मेदार बता रहें हैं। पुलिस ने बुधवार को इस लड़के को अपनी हिरासत में लिया था। जिसके बाद लड़के की लाश उसके घर में लटकी हुई मिली थी।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने लड़के को पीट पीट कर मार डाला है। परिजनों ने मृतक की लाश को रेलवे ट्रैक पर रखकर जमकर हंगामा किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लड़के के परिवार ने आरोप लगाया है कि किशोर को लोहार गोहाना पुलिस थाने लाए थे और पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई। इस बीच, लड़के के परिवार की गोहाना में पुलिस के साथ झड़प हुई।
परिवार के लोगों ने उसका शव सड़क पर रखकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हालात पर काबू पाने के लिए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
गर्ग ने फोन पर बताया कि मामले की शुरुआती जांच के मुताबिक लड़के को गुरुवार को अपने घर में मृत पाया गया। उसकी गर्दन पर निशान है।
पोस्टमार्टम किया जा रहा है और इसकी रिपोर्ट आने पर हम किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे। इस मामले पर कई बड़े नेताओं ने हरियाणा सरकार और बीजेपी को घेरने की कोशिश की और जनरल वीके सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा।
आप को बता दें कि जनरल वीके सिंह ने फरीदाबाद के सुनपेड गांव में दो दलित बच्चों को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि अगर कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो इसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की की नहीं है।
पुलिस हिरासत में उसकी मौत होने के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमने एक मामला दर्ज कर लिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उपयुक्त धाराएं लगाएंगे। जहां तक परिवार के आरोप की बात है हमारी जांच के दौरान ऐसी कोई बात सामने आने पर हम उपयुक्त कार्रवाई करेंगे।
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