कानोड़ रामलीला में तीसरे दिन भगवान राम ने सीताजी संग लिए सात फैरे
जगदीश सैन पनावड़ा
बायतु । उपखण्ड की गिड़ा तहसील क्षेत्र के कानोड़ कस्बे में मंगलवार से शुरू हुई रामलीला का नागणेचिया रामायण मण्डल नागाणा के कलाकारों द्वारा मंचन किया जा रहा हैं । इस मण्डल में छगन दमामी नसीब दीवाना बायतु नारायण महाराज गजेन्द्र कुमार नरपत कैलाश फिरोज आदि कलाकारों द्वारा भगवान राम के जीवन चरित्र पर जीवन्त रामलीला का मंचन किया जा रहा हैं ।
तीसरे दिन जनकपुरी से ब्राह्मण और नाई को भगवान राम के लिए सीता की लग्न पत्रिका लेकर अयोध्या के राजा दशरथ के यहाँ भेजा गया जहाँ पर अयोध्या के राजा दशरथ ने ख़ूब स्वागत सत्कार किया दान दक्षिणा देकर विदा किया ।
और अयोध्या से पहुंची भगवान राम की बारात
इधर जनकपुरी में सीता के विवाह की तैयारियां खूब जोर से हो रही थी पुरे नगर को बहुत ही आकर्षक दूधिया रोशनी से सजाया गया था । घर घर जगह जगह सहेलियां मंगल गीत गा रही थी बहुत ही ख़ुशी के वातावरण में जब भगवान राम की बारात नगर में पहुंची तो चारों और से शाहनाईया गूंजने लगी फूलों की बरसात होने लगी जनकपुरी के राजा प्रजा द्वारा बारात लेकर पहुंचे अयोध्या वासियों का खूब आदर सत्कार स्वागत किया गया ।
और रामजी बैठे चंवरी में
जनकपुरी के राजा के महलों के बिच ब्राह्मणों ने बहुत ही सुंदर चंवरी को सजाया गया जहाँ पर भगवान राम ने सीता जी के संग विवाह के सात फैरे लिए । चंवरी की रस्में ब्राह्मणों के द्वारा भगवान राम और सीताजी के गठजोड़े हथलेवा की रस्म से शुरुआत हुई फिर विधिवत रूप से वैदिक मंत्रोचार से विवाह संपन्न हुआ । विवाह के समय होने वाले कन्यादान में कानोड़ और आसपास के निवसियों ने खूब कपडे बर्तन गहने रूपये सीताजी के कन्यादान में दिए और फैरों की रस्म में सभी सात फैरो को ग्रामीणों ने अपनी श्रद्धा अनुसार संपन्न करवाया । विवाह संपन्न होने के बाद सीता जी संग रामजी विदा हुए अयोध्या नगर को इस रामलीला में रोजाना भगवान राम की जीवनी पर जीवन्त लीलाओ के संवाद होते हैं । इस राम लीला को देखने आसपास के गाँवो से भारी संख्या में लोग पहुँच रहे हैं ।
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