लिंग परीक्षण करने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार , दो दिन के रिमांड़ पर
जयपुर पीसीपीएनडीटी टीम ने शुक्रवार को झुंझुनू के खेतडी में छापा मार अवैध तरीके से लिंग परीक्षण करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिन्हे शनिवार को दो दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है।
मामले की जानकारी देते हुए पीसीपीएनडीटी के अध्यक्ष नवीन ने बताया कि निजी लैब संचालक अवधेश कुमार पांडे और उसके सहयोगी रवि सिंह जो कि लिंग परिक्षण करने की मशीन रखता है को गिरफ्तार किया गया है ।मुखबीर की सूचना मिलने के बाद पीसीपीएनडीटी की टीम ने बोगस ग्राहक भेजकर इस मामले का भंडाफोड किया है। शनिवार को इन दोनों को कोर्ट में पेश किया गया जंहा से दोनों को दो दिन कि रिमांड पर भेज दिया गया है ।
पुलिस ने बताया कि दोनों से गहन पूछताछ में कई खुलासे हुए है । इन दोनों ने झुंझुनू , खेतडी और हरियाणा के आसपास के कई इलाकों में लिंग परीक्षण किए है । दोनों का यह काला व्यवसाय झुंझुनू सहित हरियाणा के कई इलाको में फैला हुआ था ।इनके पास ग्राहक पैरामेडिकल स्टाफ के जरिय आते थे । इन स्टाफ कर्मियों को ये करीब बीस हजार रुपये मासिक तक दिया करते थे ।पुलिस के अनुसार लिंग परिक्षण करने की मशीन रवि की है जो कि वह नेपाल से लेकर आया था । रवि के पिताजी आर्मी से रिटायर्ड है । इसने बीए पास किया है तथा लिंग परिक्षण के बारे में ज्यादा कुछ नही आता है । रवि ने जो कुछ भी सीखा है वह देखकर ही सीखा है । पारिवारिक स्थितिया खराब होने के चलते रवि ने इस प्रकार का कदम उठाया है । इसके जरिए रवि ने अच्चा खासा पैसा कमाया है और अब तक करीब पचास से ज्यादा लिंग परिक्षण के काम कर चुका है ।दूसरा साथी अवधेश कूमार पांडे को जयपुर के अजंता डायग्नोस्टिक सेंटर से 2014 में पहले भी पकडा जा चुका है । लिंग परीक्षण करने की लैस का संचालक है साथ ही आसपास के कई इलाकों में अपनी पहचान बना चुका है ।पीसीपीएनडीटा के अध्यक्ष नवीन जैन ने बताया की लिंग परीक्षण करने वालों के अलावा लिंग परिक्षण करवाने वाले मां बाप को भी कानून के दायरे में लाना चाहिए । जिससे की इस प्रकार की वारदातों पर अंकुश लगाया जा सकें । पीसीपीएनडीटी के गठन के बाद इस तरह की कार्रवाई का यह 29 वां मामला है और इस साल में पीसीपीएनडीटी की यह पांचवी कार्रवाई है ।
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