आठ हजार कनिष्ठ लिपिको को नियमित होने का इन्तजार।
बाड़मेर, ग्राम पंचायत में कार्यरत प्रदेष के आठ हजार एवं जिले के 350 कनिष्ठ लिपिको के नियमित वेतनमान का इन्तजार है। इनका परिवीक्षा काल करीब 3 माह पहले पूरा हो चुका है। पंचायत राज कर्मचारी वेलफेयर समिति ने जिला प्रमुख एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी से इनको जल्दी नियमित वेतनमान देने की मांग की है।
पंचायती राज मंत्रालिक कर्मचारी वेलफेयर समिति जिला शाखा बाड़मेर के अध्यक्ष श्री चेनाराम नवाद ने बताया है कि इन कनिष्ठ लिपिको के स्थाईकरण का मामला वित्त विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के बीच फंसा हुआ है। वित्त विभाग ने इन कार्मिको की प्रतिनियुक्ति निरस्त मूल विभाग में भेजने के निर्देष दिये है। इनके नियमितीकरण में कोई विधिक बाधा नही है, परन्तु सरकार नियमितीकरण नही कर रही है। उन्होने चेतावनी दी कि यदि 7 दिवस में सरकार ने इन कनिष्ठ लिपिको का नियमितीकरण नहीं किया गया तो आन्दोलन का सहारा लिया जाएगा।
बाड़मेर, ग्राम पंचायत में कार्यरत प्रदेष के आठ हजार एवं जिले के 350 कनिष्ठ लिपिको के नियमित वेतनमान का इन्तजार है। इनका परिवीक्षा काल करीब 3 माह पहले पूरा हो चुका है। पंचायत राज कर्मचारी वेलफेयर समिति ने जिला प्रमुख एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी से इनको जल्दी नियमित वेतनमान देने की मांग की है।
पंचायती राज मंत्रालिक कर्मचारी वेलफेयर समिति जिला शाखा बाड़मेर के अध्यक्ष श्री चेनाराम नवाद ने बताया है कि इन कनिष्ठ लिपिको के स्थाईकरण का मामला वित्त विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के बीच फंसा हुआ है। वित्त विभाग ने इन कार्मिको की प्रतिनियुक्ति निरस्त मूल विभाग में भेजने के निर्देष दिये है। इनके नियमितीकरण में कोई विधिक बाधा नही है, परन्तु सरकार नियमितीकरण नही कर रही है। उन्होने चेतावनी दी कि यदि 7 दिवस में सरकार ने इन कनिष्ठ लिपिको का नियमितीकरण नहीं किया गया तो आन्दोलन का सहारा लिया जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें