जसवंतगढ़ मुस्लिम परिवार ने दुर्गा माता के मंदिर का करवाया जीर्णोद्धार
क्षेत्र का लेड़ी गांव साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करने वाला अनूठा गांव हैं। यहां मुस्लिम समाज के एक परिवार ने गांव में स्थित दुर्गा माता मंदिर का जीर्णोद्धार करवाकर उसे नया रुप प्रदान किया है। नागौर जिले के लाडनूं तहसील के लैड़ी गांव के आसु खान ने पिता की याद में विक्रम सम्वत 2032 में मंदिर का निर्माण करवाया था।
समय बीतने के साथ-साथ मंदिर भी जीर्णशीर्ण होने लगा। मंदिर की स्थिति देख व पिता आसु खान की सीख पर उनके पुत्र पुत्र भंवरु खान और सिकंदर अली ने मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया। एक माह पहले ही उन्होंने दुर्गा माता मंदिर में शिखर का निर्माण करवाकर मंदिर का भव्य रुप प्रदान किया और साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की है। वर्षों से चला आ रहा यह सिलसिला वर्तमान में बदस्तूर जारी है।
जानकारी के अनुसार आसु खां वाणिज्य कर विभाग में इंसपेक्टर थे। धार्मिक आस्था और भाईचारे की भावना ने इस प्रकार का काम करने के लिए प्रेरित किया। इस परिवार ने हिन्दु-मुस्लिम एकता की शानदार मिसाल पेश की है। गौरतलब है कि इसी गांव में गायों की सेवा के लिए भी एक अन्य मुस्लिम परिवार आगे आ चुका है।
मंदिर की सार संभाल इसी परिवार के जिम्मे
मंदिर की सार संभाल और इस पर होने वाले पूरे खर्च की जिम्मेदारी भी इसी परिवार की ओर से वहन की जा रही है। इसके लिए किसी अन्य से कोई सहयोग नहीं लिया जा रहा है।
रोशनी से नहाया दुर्गा मंदिर
विनय प्रकाश शर्मा व रमेश शर्मा ने बताया कि गांव में दुर्गा कॉलोनी में स्थित इस मन्दिर में नवरात्रों में घट स्थापना की गई है। रात को मां दुर्गा की आरती के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
क्षेत्र का लेड़ी गांव साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करने वाला अनूठा गांव हैं। यहां मुस्लिम समाज के एक परिवार ने गांव में स्थित दुर्गा माता मंदिर का जीर्णोद्धार करवाकर उसे नया रुप प्रदान किया है। नागौर जिले के लाडनूं तहसील के लैड़ी गांव के आसु खान ने पिता की याद में विक्रम सम्वत 2032 में मंदिर का निर्माण करवाया था।
समय बीतने के साथ-साथ मंदिर भी जीर्णशीर्ण होने लगा। मंदिर की स्थिति देख व पिता आसु खान की सीख पर उनके पुत्र पुत्र भंवरु खान और सिकंदर अली ने मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया। एक माह पहले ही उन्होंने दुर्गा माता मंदिर में शिखर का निर्माण करवाकर मंदिर का भव्य रुप प्रदान किया और साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की है। वर्षों से चला आ रहा यह सिलसिला वर्तमान में बदस्तूर जारी है।
जानकारी के अनुसार आसु खां वाणिज्य कर विभाग में इंसपेक्टर थे। धार्मिक आस्था और भाईचारे की भावना ने इस प्रकार का काम करने के लिए प्रेरित किया। इस परिवार ने हिन्दु-मुस्लिम एकता की शानदार मिसाल पेश की है। गौरतलब है कि इसी गांव में गायों की सेवा के लिए भी एक अन्य मुस्लिम परिवार आगे आ चुका है।
मंदिर की सार संभाल इसी परिवार के जिम्मे
मंदिर की सार संभाल और इस पर होने वाले पूरे खर्च की जिम्मेदारी भी इसी परिवार की ओर से वहन की जा रही है। इसके लिए किसी अन्य से कोई सहयोग नहीं लिया जा रहा है।
रोशनी से नहाया दुर्गा मंदिर
विनय प्रकाश शर्मा व रमेश शर्मा ने बताया कि गांव में दुर्गा कॉलोनी में स्थित इस मन्दिर में नवरात्रों में घट स्थापना की गई है। रात को मां दुर्गा की आरती के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें