बाड़मेर मगराज जैन पुरस्कार-2015
श्योर संस्था के संस्थापक एवं बाड़मेर के जानेमाने समाजसेवी एवं शिक्षाविद् पद्मश्री सम्मान से सम्मानित स्वर्गीय मगराज जैन की प्रथम पुण्य तिथि पर मगराज जैन पुरस्कार-2015 का शुभांरम्भ होगा।स्वर्गीय जैेन की प्रथम पुण्यतिथि 04,नवम्बर, 2015 पर विशाल समारोह का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, दांता में होगा जिसमें सामाजिक सेवा कार्यो के बाड़मेर जिले एवं मारवाड़ क्षेत्र के छः क्षेत्रो में क्रमशः कृषि के क्षेत्र में प्रगतिशील किसान , पशुपालन के क्षेत्र में प्रगतिशील पशुपालक, हस्तशिल्प के क्षेत्र में पारम्परिक कला को बढ़ावा देने वाले दस्तकार , शिक्षक जो सामाजिक सरोकारों से जुड़े हुए , निःशक्तजन जो निःशक्त सशक्तिकरण एवं लोक-कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को राज्य स्तरीय मगराज जैन पुरस्कार-2015 से नवाजा जायेगा ।
श्योर संस्था के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता मदनलाल ंिसंघल ने बताया कि स्व.मगराज जैन द्वारा पश्चिमी राजस्थान के दूरस्थ क्षेत्र में गरीब एवं पिछड़े तबके के समुदाय के लिये स्वास्थ्य ,शिक्षा, रोजगार, कृषि ,पशुपालन हस्तशिल्प लोक कलाकारों एवं शिक्षक सामाजिक सरोकारों के कार्यो में विशेष योगदान रहा है। श्री जैन का 04,नवम्बर, 2015 को देहावसान होने से बाड़मेर जिला ही नहीं अपितू समूचे पश्चिम राजस्थान को अपूर्णीय क्षति महूसस की जा रही है। स्व.मगराज जैन के उल्लेखनीय योगदान को चिर स्थाई बनाने रखने के लिये उनकी स्मृति मंे एक अवार्ड की धोषणा एवं शुरूआत उनकी प्रथम पुण्य तिथि से की जा रही हेै।
डाॅ.लता कच्छवाह ने बताया कि मारवाड़ के बाड़मेर जिले में कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प,लोककला, शिक्षक सामाजिक सरोकार एवं निःशक्तजन उत्थान के लिये उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियांे को मगराज जैन पुरस्कार-2015 का शुभारम्भ करते हुए इन छः क्षेत्र में 21-21 हजार रूपये नकद एवं प्रशंस्ति पत्र देकर सम्मान किया जायेगा। कच्छवाह ने बताया कि स्व.मगराज जैन की प्रथम पुण्य तिथि पर 04,नवम्बर, 2015 को कृषि विज्ञान केन्द्र (श्योर) दांता में विशाल समारोह आयोजित किया जायेगा जिसमें जिले के प्रमुख जन प्रतिनिधि ,प्रशासनिक अधिकारी, समाजसेवी, किसान,पशुपालक, दस्तकार ,लोककलाकर एवं निःशक्तजन तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहेगें। पुरस्कार से संबधित प्रविष्टियां 25 अक्टूबर 2015 तक स्वीकार्य की जायेगी । उक्त प्रविष्टयां व्यक्तिशः या डाक से श्योर संस्था ,बाड़मेर में भिजवाई जा सकती है।
श्योर संस्था के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता मदनलाल ंिसंघल ने बताया कि स्व.मगराज जैन द्वारा पश्चिमी राजस्थान के दूरस्थ क्षेत्र में गरीब एवं पिछड़े तबके के समुदाय के लिये स्वास्थ्य ,शिक्षा, रोजगार, कृषि ,पशुपालन हस्तशिल्प लोक कलाकारों एवं शिक्षक सामाजिक सरोकारों के कार्यो में विशेष योगदान रहा है। श्री जैन का 04,नवम्बर, 2015 को देहावसान होने से बाड़मेर जिला ही नहीं अपितू समूचे पश्चिम राजस्थान को अपूर्णीय क्षति महूसस की जा रही है। स्व.मगराज जैन के उल्लेखनीय योगदान को चिर स्थाई बनाने रखने के लिये उनकी स्मृति मंे एक अवार्ड की धोषणा एवं शुरूआत उनकी प्रथम पुण्य तिथि से की जा रही हेै।
डाॅ.लता कच्छवाह ने बताया कि मारवाड़ के बाड़मेर जिले में कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प,लोककला, शिक्षक सामाजिक सरोकार एवं निःशक्तजन उत्थान के लिये उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियांे को मगराज जैन पुरस्कार-2015 का शुभारम्भ करते हुए इन छः क्षेत्र में 21-21 हजार रूपये नकद एवं प्रशंस्ति पत्र देकर सम्मान किया जायेगा। कच्छवाह ने बताया कि स्व.मगराज जैन की प्रथम पुण्य तिथि पर 04,नवम्बर, 2015 को कृषि विज्ञान केन्द्र (श्योर) दांता में विशाल समारोह आयोजित किया जायेगा जिसमें जिले के प्रमुख जन प्रतिनिधि ,प्रशासनिक अधिकारी, समाजसेवी, किसान,पशुपालक, दस्तकार ,लोककलाकर एवं निःशक्तजन तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहेगें। पुरस्कार से संबधित प्रविष्टियां 25 अक्टूबर 2015 तक स्वीकार्य की जायेगी । उक्त प्रविष्टयां व्यक्तिशः या डाक से श्योर संस्था ,बाड़मेर में भिजवाई जा सकती है।
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