अलवर.भूसे के ढेर में जेवरों का डिब्बा और जांच में 100 करोड़ से ज्यादा का हिसाब
तेल व घी कारोबार से जुड़े उद्योगपति के अलवर स्थित घर से शुक्रवार को सरसों के भूसे के ढेर में जेवरातों से भरा एक बॉक्स व लॉकर की चाबी मिली है। जिसे देख आयकर विभाग के अधिकारी भी चौंक गए। जेवरातों के मूल्यों का आकलन किया जा रहा है।
कारोबारी के यहां तीन दिन से चल रही जांच में करीब 100 करोड़ रुपए के अघोषित लेनदेन के दस्तावेज मिल चुके हैं। कार्रवाई शनिवार तक पूरी होगी।
उद्योगपति के ठिकानों पर तीन दिन से चल रही जांच के बारे में आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि छह ठिकानों पर काम पूरा हो चुका है। इनमें अलवर के दो, जयपुर के दो, कोलकाता का एक व बिहार का एक ठिकाना शामिल है।
कार्रवाई के दौरान शुक्रवार देर रात तक 100 करोड़ रुपए से अधिक के अघोषित लेनदेन के दस्तावेज मिले हैं। कारोबारी व उसके परिजनों से पूछताछ जारी है। जिन जगहों पर जांच पूरी हो चुकी है, उन्हें कारोबारी को सुपुर्द कर दिया गया है।
विभाग ने सभी ठिकानों से कम्प्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट, मोबाइल फोन, हार्डडिस्क व फाइले जब्त की हैं। इनकी इंजीनियरों व विशेषज्ञों की मदद से जांच होगी।
कमरे में भर रखा था भूसा
उद्योगपति के अलवर निवास स्थित एक कमरे में भूसा भरा हुआ था। इसकी जांच में एक बॉक्स मिला है, जिसमें सोने के जेवरात मिले हैं। उसके अलावा लॉकर की चाबी मिली हैं। जेवरात की बाजार कीमत क्या है, इसका आकलन चल रहा है।
विदेशी बैंकों के मिले कार्ड
कारोबारी के जयपुर स्थित निवास से विभाग को विदेशी बैंकों के क्रेडिट कार्ड मिले हैं। इससे अनुमान लगाया जा रहा है उद्योगपति का विदेशों में काला धन हो सकता है। अधिकारी कार्डों की मदद से बैंकों व उनमें खुले खातों की जांच में लगे हुए हैं।
सरसों के तीन अघोषित गोदाम
आयकर विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को उद्योगपति के तीन छिपे हुए गोदामों को भी खोज निकाला है। इनमें सरसों भरी हुई थी। सूत्रों का कहना है कि सरसों का स्टॉक कई करोड़ रुपए का है। मुनाफाखोरी के लिहाज से यह स्टॉक रखा गया था।
तीसरे दिन भी काम बंद
उद्योगपति के सभी फैक्ट्री व कार्यालयों में तीसरे दिन शुक्रवार को भी कामकाज बंद रहा। अलवर व जयपुर स्थित फैक्ट्रियों के बाहर ट्रकों व कर्मचारियों का दिनभर जमावड़ा लगा रहा। लोग छापेमारी की बातचीत करते रहे। शहरभर में भी विभाग की कार्रवाई की चर्चा का विषय बनी रही।
भेजे जाएंगे नोटिस
विभाग के सूत्रों ने बताया कि दस्तावेजों व फाइलों के आधार पर जिन लोगों से बड़ी मात्रा में अघोषित लेनदेन हुआ है, उनको नोटिस भेजे जाएंगे व उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें