शुक्रवार, 25 सितंबर 2015

नई दिल्ली खनन महाघूसकांड: कांग्रेस ने की राजे के इस्तीफे और सीबीआई जांच की मांंग



नई दिल्ली खनन महाघूसकांड: कांग्रेस ने की राजे के इस्तीफे और सीबीआई जांच की मांंग

खनन महाघूसकांड मामले में कांग्रेस ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से तुरंत प्रभाव से इस्तीफे और पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है। नई दिल्ली में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने एक प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा कि खनन महाघूसकांड की सीबीआई जांच के बाद सच्चाई सामने आ जायेगी।










सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम लेते हुए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की सुई सिर्फ अधिकारियों तक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि महाघूसकांड का प्रमुख आरोपी निलंबित आईएएस अशोक सिंघवी राजे के पिछले मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान भी खनन सचिव के पद पर रहा।



सचिन पायलट ने कहा कि किसी भी हालत में सरकार खनन नीलामी से बचना चाहती थी। 'पहले आओ पहले पाओ' नीति से सरकार की कमाई हुई थी। पायलट ने कहा कि आज़ाद भारत के इतिहास में राजस्थान में इतना बड़ा घोटाला कभी नहीं हुआ।







पायलट के दिल्ली में जाकर खनन महाघूसकांड पर प्रेस कांफ्रेंस करने से साफ़ कि इस मामले पर राजे सरकार को घेरने के लिए प्रदेश कांग्रेस कोई कमी छोड़ना नहीं चाहती है।



पायलट ने कहा कि लगभग 650 खानों के अवैध आवंटन में हुए हजारों करोड़ रूपयों के महाघोटाले पर खनिज राज्य मंत्री द्वारा इस सम्पूर्ण प्रकरण में अनिभिज्ञता जताई गई है। इससे स्पष्ट हो गया है कि खान विभाग के प्रमुख शासन सचिव खान आवंटन में सीधे इस विभाग की कैबिनेट मंत्री जो स्वयं मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे है, के निर्देशों पर काम कर रहे थे।



उन्होंने कहा कि किसी भी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा इतने बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम देना संभव नहीं है जब तक कि उसे शासन से प्रश्रय प्राप्त ना हो। पायलट ने कहा कि इस पूरे महाघूस कांड के पीछे के वास्तविक सूत्रधारों का बेनकाब होना जरूरी है जिसके लिए उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है।



उन्होंने कहा कि एसीबी मुख्यमंत्री की जवाबदेई को सुनिश्चित नहीं कर पायेगी इसलिए आवश्यक है कि इस सम्पूर्ण प्रकरण की जांच सीबीआई से हो।

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