कोलकाता।खुलासा: प्लेन क्रैश में नेताजी की मौत के नहीं मिले सबूत, बोस फैमिली की होती थी जासूसी
पश्चिम बंगाल सरकार ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से जुड़ी 64 गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक कर दिया जिसमें इस बात के कोई सबूत नहीं है कि नेताजी की मौत वर्ष 1945 के मध्य में ताइवान के ताइहोकू में एक विमान दुर्घटना में हुई थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले सप्ताह इन 64 फाइलों को सार्वजनिक करने का वादा किया था। इस वादे को पूरा करते हुए राज्य सरकार ने इन फाइलों को शुक्रवार को सार्वजनिक कर दिया।
नेताजी के परिवार की होती थी जासूसी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने के बाद कहा कि उन्होंने पूरी फाइल नहीं देखी है, लेकिन इसमें इस का बात के कोई सबूत नहीं है कि अगस्त 1945 में किसी विमान हादसे में सुभाष चंद्र बोस की मौत हुई है। ममता बनर्जी ने कहा कि उन फाइलों को पढ़ने के बाद पता चला है कि नेताजी के परिवार की जासूसी भी होती थी।
विमान दुर्घटना में मौत होने के नहीं मिले सबूत
इन फाइलों में वह पत्र भी है जो उस समय नेताजी के भाई अमिय बोस को केन्द्र की ओर से भेजा गया था जिसमें यह साफ लिखा है कि भारत सरकार को ताइवान में ऐसी किसी विमान दुर्घटना के बारे में कोई सूचना नहीं है जिससे नेताजी के मारे जाने की पुष्टि हो सके।
क्या है इन फाइलों में
कोलकाता में 113, आचार्य प्रफुल्ल चन्द्र रोड पर स्थित पुलिस संग्रहालय में इन फाइलों को प्रदर्शित किया है। इन फाइलों की निगरानी कर रहे शहर पुलिस आयुक्त सुरजीत कार पुरकायस्थ ने बताया कि 64 फाइलों में 12 हजार 744 पृष्ठ हैं और इन फाइलों को डिजीटल किया गया है। ये फाइलें 1937 से 1947 के बीच की हैं। कुछ फाइलों में 300 पेज तक हैं। डिजिटलीकरण प्रति की पहली डीवीडी को नेताजी के एक रिश्तेदार और संसद के पूर्व सदस्य सुभाष बोस को दिया गया। इन 64 फाइलों को सोमवार से आम लोगों के देखने के लिए रखा जाएगा।
सीएम ने बताया ऐतिहासिक दिन
बनर्जी ने ट्वीट किया 'आज का दिन ऐतिहासिक है। हमारी सरकार ने नेताजी से जुड़ी सभी फाइलों को सार्वजनिक कर दिया है। लोगों को भारत के बहादुर बेटे के बारे जानने का अधिकार है।'
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