शनिवार, 19 सितंबर 2015

पर्यटकों को मिलें बेहतर सुविधाएं और समुचित सुरक्षा: शर्मा

पर्यटकों को मिलें बेहतर सुविधाएं और समुचित सुरक्षा: शर्मा


जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने सम सेंड ड्यून्स को लेकर आयोजित बैठक में दिए निर्देष, कहा- लपकों पर होगा नियंत्रण


जैसलमेर, 19 सितंबर। दुनिया भर के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले खूबसूरत सम के धोरों में पर्यटकों को समुचित सुरक्षा और बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की दिषा में विचार-विमर्ष के लिए शनिवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में कलक्टर विष्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता मंें बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला कलक्टर ने सम के विकास से जुड़े विभिन्न मसलों पर आवष्यक निर्देष दिए।
जिला पुलिस अधीक्षक राजीव पचार, एसडीएम जयसिंह सहित विभिन्न अधिकारियों की मौजूदगी में हुई इस बैठक में कलक्टर शर्मा ने कहा कि प्रषासन की यह मंषा है कि सम में आने वाले लोगों को बेहतरीन सुविधाएं मिलें और यहां आने वाला पर्यटक एक बेहतर अहसास और यहां की अच्छी छवि मन में लेकर जाए, यह हम सभी को प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सम की व्यवस्थाओं के लिहाज से यह जरूरी है कि केमल सफारी के लिए दरें तय करते हुए ऊंटपालकों की सूची तैयार की जाए व उन्हें रजिस्टर्ड कर पास जारी किए जाएं। ऊंटपालकों को विकास समिति की ओर से विषेष जैकेट दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सम के धोरों पर इस तरह से तारबंदी की जाएगी कि कोई व्यक्ति अनाधिकृत ढंग से वहां नहीं घुस पाए। वहां एंट्री के लिए आवष्यकतानुसार द्वार बना दिए जाएंगे जो कि सीजन और जरूरत के मुताबिक खोले जा सकें। इस दरवाजों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे ताकि किसी भी प्रकार की गलत गतिविधि पर माॅनीटरिंग की जा सके। जिला कलक्टर ने सम में बंद पड़े टाॅयलेट का शुरू कराने तथा उसे समुचित स्थान पर बनाने के निर्देष दिए तथा चंद्रप्रकाष व्यास के सुझाव पर समिति का स्थाई कार्यालय सम में खोले जाने के लिए तहसीलदार को निर्देष दिए। कलक्टर ने कहा कि शीघ्र ही सभी जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति में सम में सफाई अभियान चलाया जाएगा ताकि वहां की सफाई व्यवस्था अधिक दुरूस्त हो सके।
कलक्टर ने कहा कि फेंसिंग का काम तत्काल शुरू किया जाए ताकि इसी सीजन में उसका लाभ मिल सके। उन्होंने रिसोर्ट प्रतिनिधियों व सरपंच से कहा कि वे ऊंटपालकों की सूची बनाकर मोबाइल नंबर, फोटो सहित दें ताकि उनका रजिस्ट्रेशन कर पहचान पत्र आवंटित किए जा सकें। इससे पर्यटकों से अधिक पैसा वसूलने सहित अन्य किसी प्रकार की गड़बड़ी करने पर ऊंटपालक की पहचान हो सकेगी। बिना रजिस्ट्रेशन के ऊंटपालक को एंट्री नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास इस तरह के होने चाहिए कि सम आने वाले पर्यटकों की संख्या बढे, पर्यटकों के लिए सुविधाएं बेहतर हों, समिति की आय बढे और स्थानीय लोगों को रोजगार के अधिक अवसर मिलें। यदि समिति की आय बढेगी तो सुविधा, सफाई व सुरक्षा पर अधिक खर्च किया जा सकेगा। कलक्टर ने एसडीएम को क्षेत्र में तत्काल कार्यवाही कर अतिक्रमण हटाने, लपकागिरी करने वाले व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई करने तथा असामाजिक गतिविधियों करने वाले कुछ परिवारों को वहां से हटाने व कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। स्वच्छता के मसले पर चर्चा करते हुए जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि यहां नियमित तौर पर साफ-सफाई होनी चाहिए ताकि पर्यटकों को बेहतर माहौल मिले और वे यहां से एक अच्छी छवि लेकर जाएं। इसके लिए जरूरी है कि इन धोरों में अवांछित सामग्री नहीं ले जाई जाए। उन्होंने कहा कि तारबंदी होने के बाद निश्चित तौर पर स्वच्छता बढेगी। उन्होंने रिसोर्ट प्रतिनिधियों से कहा कि वे लपकागिरी करने वाले युवाओं को प्रषिक्षण कर किसी सकारात्मक दिषा में कैरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करें अन्यथा इस प्रकार की अवैध गतिविधियों में उनकी जिंदगी खराब हो जाएगी।
जिला पुलिस अधीक्षक राजीव पचार ने एसएचओ व रिसोर्ट यूनियन प्रतिनिधि से कहा कि प्रत्येक रिसोर्ट पंजीकृत होना चाहिए तथा उसके कर्मचारियों व अतिथियों का वेरीफिकेशन होना चाहिए। बिना समुचित आईडी के किसी अतिथि को नहीं ठहराएं तथा उसका समुचित रजिस्टर भी मेंटेन करें। सीजन में लगने वाले टैंट में भी बिना आईकार्ड किसी को नीं ठहराया जाए तथा विदेश पर्यटकों से निर्धारित ‘सी’ फाॅर्म लिया जाए। उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन के दौरान यहां पुलिस चैकी स्थापित की जाती है तथा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं, फिर भी अधिक बेहतर व्यवस्थाओं के लिए जरूरी है कि समिति के साथ-साथ स्थानीय निवासियों व रिसोर्ट संचालकों का सहयोग मिले। उन्होंने कहा कि ऊंटपालक और रिसोर्ट संचालक एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और यदि वे मिलकर व्यवस्था बनाने के पक्ष में कोई निर्णय लेते हैं तो इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता है। बैठक में एसडीएम जयसिंह, तहसीलदार धर्मराज गुर्जर डीएफओ अनूप कुमार, सम सरपंच, जैसलमेर विकास समिति के चंद्रप्रकाश व्यास, उपेंद्र सिंह राठौड़, कैलाष व्यास आदि ने भी अपने महत्ती सुझाव दिए।
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