मंगलवार, 8 सितंबर 2015

जैसलमेर प्रियंका प्रकरण।।माहेश्वरी हॉस्पिटल की लापरवाही दस दिन की मासूम को न्याय का इंतज़ार?प्रशासन पर दबाव का प्रयास।।

जैसलमेर प्रियंका प्रकरण।।माहेश्वरी हॉस्पिटल की लापरवाही


दस दिन की मासूम को न्याय का इंतज़ार?प्रशासन पर दबाव का प्रयास।।


जैसलमेर गत दिनों माहेश्वरी अस्पताल के चिकित्सक और स्टाफ के लापरवाही से मौत का शिकार हुई प्रियंका की दस दिन की मासूम बेटी को न्याय का इंतज़ार हे।।माहेश्वरी अस्पताल प्रबब्धन अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिएपिछले चार दिनों से सामाजिक और राजनेतिक दबाव बना रहे हैं बनिस्पत अस्पताल की व्यवस्थाई सुधारने के।इधर जिला प्रशासन की जांच की धीमी गति दबाव के दायरे में नज़र आ रही हैं।।


प्रियंका की दस दिन की मासूम बेटी माँ के आँचल के बिना किन परिस्थितियों में पल रही हैं।यह परिजन ही जानते हैं।प्रियंका के असामयिक निधन से उनकी माँ सदमे में हैं व्ही पिता पूर्व मेंसे बीमार हे।ऐसी हालात में बेटी की परवरिश पड़ौसी घरो से हो रही हैं।बेटी बचाओ के नारे बुलंद करने वाले प्रशासन कई आँखों पर इस प्रकरण में पट्टी क्यों बंधी हैं।माहेश्वरी अस्पताल प्रबब्धन अपने चिकित्सक डॉ नविन परिहार के बचाव में राजनेतिक और सामाजिक पेंच और दबाव की रणनीति पर काम कर रहा हैं।आखिर प्रियंका की मौत कइ जिम्मेदार लोगो को क्यों बचाया जा रहा हे।बीच बचाव में जुटे लोगो के घर मइ यह हादसा होता तो भी यही दलाली करते।जिला प्रसाशन को चाहिए की मामला सामजिक सतर पर आगे बढे उससे पहले जांच करा दोषियों के खईलाफ कार्यवाही अम्ल में लाये।मासूम बेटी को न्याय दिलाए।BNT@$

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