सीकर मां के साथ सो रही 4 साल की बच्ची को उठा ले गए दरिंदे, रेप के बाद झाडिय़ों में पटका
जिला मुख्यालय पर चार साल की मासूम के साथ ज्यादती का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित उसे रेलवे स्टेशन के पास झाडिय़ों में पटक गए। पीडि़ता को सीकर के एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।मामले के अनुसार उदयपुरवाटी निवासी एक महिला अपनी चार साल की बेटी को साथ लेकर गुरुवार शाम को जीणमाता के फेरी लगाने जा रही थी। सीकर से उसे जीणमाता की बस नहीं मिलने के कारण वह अपनी बेटी के साथ रात को सीकर रेलवे स्टेशन पर ही सो गई। देर रात महिला की नींद खुली तो उसे बेटी नहीं मिली। उसने रेलवे स्टेशन पर सो रहे अन्य यात्रियों को जगाकर यह बात बताई।
महिला व यात्रियों ने रात को बालिका की तलाश शुरू की। काफी देर बाद वह रेलवे स्टेेशन के पास झाडिय़ों में बेसुध पड़ी मिली। महिला का आरोप है कि रात को उनके पास ही दो युवक भी विश्राम कर रहे थे। ऐसे में आशंका है कि वे दोनों ही उसकी बच्ची को वहां से उठाकर ले गए और उसके साथ ज्यादती की।
पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद
पीडि़ता का आरोप है कि उसने बेटी के साथ हुई घटना की जानकारी लगते ही पुलिस को सूचना दी थी, मगर पुलिस ने चार घंटे तक उसकी सुनवाई तक नहीं की। हालांकि बाद में डीएसपी मदनदान सिंह व एसएसओ इन्द्रराज मरोडिय़ा ने मौका मुआयना किया।
जिला मुख्यालय पर चार साल की मासूम के साथ ज्यादती का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित उसे रेलवे स्टेशन के पास झाडिय़ों में पटक गए। पीडि़ता को सीकर के एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।मामले के अनुसार उदयपुरवाटी निवासी एक महिला अपनी चार साल की बेटी को साथ लेकर गुरुवार शाम को जीणमाता के फेरी लगाने जा रही थी। सीकर से उसे जीणमाता की बस नहीं मिलने के कारण वह अपनी बेटी के साथ रात को सीकर रेलवे स्टेशन पर ही सो गई। देर रात महिला की नींद खुली तो उसे बेटी नहीं मिली। उसने रेलवे स्टेशन पर सो रहे अन्य यात्रियों को जगाकर यह बात बताई।
महिला व यात्रियों ने रात को बालिका की तलाश शुरू की। काफी देर बाद वह रेलवे स्टेेशन के पास झाडिय़ों में बेसुध पड़ी मिली। महिला का आरोप है कि रात को उनके पास ही दो युवक भी विश्राम कर रहे थे। ऐसे में आशंका है कि वे दोनों ही उसकी बच्ची को वहां से उठाकर ले गए और उसके साथ ज्यादती की।
पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद
पीडि़ता का आरोप है कि उसने बेटी के साथ हुई घटना की जानकारी लगते ही पुलिस को सूचना दी थी, मगर पुलिस ने चार घंटे तक उसकी सुनवाई तक नहीं की। हालांकि बाद में डीएसपी मदनदान सिंह व एसएसओ इन्द्रराज मरोडिय़ा ने मौका मुआयना किया।
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