जैसलमेर के ८६० वें स्थापना दिवस पर विशेष
जैसलमेर के स्थापना दिवस पर विशेष-👇
कलम चलावौ कविसरो, भलकावौ कुल भांण|
सोने जैसो चमकतो,जबरौ गढ जैसाण||
- महेन्द्रसिंह सिसोदिया(छायण)
जैसलमेर का 860 वां स्थापना दिवस ( 27अगस्त 2015 ) शुभकामनाएँ
महारावल श्री जवाहर सिंह शासनकाल ( 26-6- 1914 से 17-2-1949 )
जैसलमेर का स्वर्णिम युग
इतिहास की बातें सुनी जो बुजुर्गों से:--कुछ किताबों से
आप के शासनकाल में राज्य में शांति, राजकोष में बढ़ोतरी,
न्याय व्यवस्था में जनता का विश्वास रहा. राज्य में विकासात्मक कार्य प्रारंभ हुए आपने सिंहासन आरुढ़ होने के पश्चात् इस राज्य को जो कई पीढियां के कुप्रबंध के कारन अत्यंत स्थित हो रहा था | उससे मुक्ति दिलाकर आपने सुप्रबंध से शनैः -शनैः राज्य कोष में वृद्घि की तथा कई राज्योंन्नती व् जनहित में कार्य किये | जिससे आज जैसलमेर सब तरह से प्रगति शील कहा जा सकता हे | मूलसागर में एक सुन्दर महल बनवाया | पुस्तकालय के लिए एक विशाल भवन बनवाया | जिसको बिनढम लाइब्रेरी कहते हे | वर्तमान में उसमे कलेक्टर कार्यालय है | किले के तमाम महलों में आधुनिक चांदी का फर्नीचर बनवाया | सन १९३९से लगातार तीन साल अकाल पड़ने पर आपने मवेशी व् प्रजा के निर्वाहर्थ भरसक प्रयत्न किये शहर व् किले पर बिजली की रोशनी का प्रबंध किया तथा किले के जैसल कुए पर इंजन लगा कर उससे शहर में नलों द्वारा पानी की टूटीयो लगवाई बागों व् तालाबों पर जाने के लिए कई सड़के तेयार करने का इंजन मंगवाया था | परन्तु जल के अभाव के कारन काम स्थगित रहा | जैसलमेर से बाड़मेर की तरह अपनी सरहद में सडक बनाने की योजना बनवाई | रेलवे लाईन जैसलमेर होते हुए कराची तक ले जाने की योजना महाराजा बीकानेर के साथ तय हो चुकी थी | राजा व् प्रजा में पिता पुत्र का सम्बन्ध था | यदि वास्तविक रूप से देखा जाये तो यह था की श्री मान महारावल जी साहब के दरबार में हर व्यक्ति हर समय में जाकर आपने दुःख - दर्द दूर करने का प्रयत्न करते थे | प्रजा के छोटे बड़े झगड़े आप तहकीकात करके मिटा देते थे | और ऐसा निष्पक्ष निर्णय करते थे की जिससे दोनों पक्ष के लोग खुश होकर उनकी जय घोष करते हुए आपने घर जाते थे | इनकी आज्ञा थी की कोई भी दुःखरत को शयन के समय भी आकर आपको सजग करके अपना दुःख निवेदन कर सकता था | जैसलमेर में आपने एक आधुनिक ढंग का अस्पताल व् हाई स्कूल का निर्माण करवा ये | महारावल जवाहरसिंह जी द्वारा हाई स्कूल का निर्माण करवाकर उसका नाम श्री दरबार काल्विन हाई स्कूल जैसलमेर रखकर उसके ऊपर की मंजिल पर राज्य का चिन्ह व् विद्यालय के नाम का शिलालेख लगवाया | वर्तमान इस विद्यालयका नाम राज्य सरकार ने अमर शहीद सागर मल गोपा सीनीयर माध्यमिक विद्यालय जैसलमेर रख दिया है | महारावल जवाहरसिंह के शासन काल को जैसलमेर का स्वर्ण युग कहा जा सकता है .
जैसलमेर के स्थापना दिवस पर विशेष-👇
कलम चलावौ कविसरो, भलकावौ कुल भांण|
सोने जैसो चमकतो,जबरौ गढ जैसाण||
- महेन्द्रसिंह सिसोदिया(छायण)
जैसलमेर का 860 वां स्थापना दिवस ( 27अगस्त 2015 ) शुभकामनाएँ
महारावल श्री जवाहर सिंह शासनकाल ( 26-6- 1914 से 17-2-1949 )
जैसलमेर का स्वर्णिम युग
इतिहास की बातें सुनी जो बुजुर्गों से:--कुछ किताबों से
आप के शासनकाल में राज्य में शांति, राजकोष में बढ़ोतरी,
न्याय व्यवस्था में जनता का विश्वास रहा. राज्य में विकासात्मक कार्य प्रारंभ हुए आपने सिंहासन आरुढ़ होने के पश्चात् इस राज्य को जो कई पीढियां के कुप्रबंध के कारन अत्यंत स्थित हो रहा था | उससे मुक्ति दिलाकर आपने सुप्रबंध से शनैः -शनैः राज्य कोष में वृद्घि की तथा कई राज्योंन्नती व् जनहित में कार्य किये | जिससे आज जैसलमेर सब तरह से प्रगति शील कहा जा सकता हे | मूलसागर में एक सुन्दर महल बनवाया | पुस्तकालय के लिए एक विशाल भवन बनवाया | जिसको बिनढम लाइब्रेरी कहते हे | वर्तमान में उसमे कलेक्टर कार्यालय है | किले के तमाम महलों में आधुनिक चांदी का फर्नीचर बनवाया | सन १९३९से लगातार तीन साल अकाल पड़ने पर आपने मवेशी व् प्रजा के निर्वाहर्थ भरसक प्रयत्न किये शहर व् किले पर बिजली की रोशनी का प्रबंध किया तथा किले के जैसल कुए पर इंजन लगा कर उससे शहर में नलों द्वारा पानी की टूटीयो लगवाई बागों व् तालाबों पर जाने के लिए कई सड़के तेयार करने का इंजन मंगवाया था | परन्तु जल के अभाव के कारन काम स्थगित रहा | जैसलमेर से बाड़मेर की तरह अपनी सरहद में सडक बनाने की योजना बनवाई | रेलवे लाईन जैसलमेर होते हुए कराची तक ले जाने की योजना महाराजा बीकानेर के साथ तय हो चुकी थी | राजा व् प्रजा में पिता पुत्र का सम्बन्ध था | यदि वास्तविक रूप से देखा जाये तो यह था की श्री मान महारावल जी साहब के दरबार में हर व्यक्ति हर समय में जाकर आपने दुःख - दर्द दूर करने का प्रयत्न करते थे | प्रजा के छोटे बड़े झगड़े आप तहकीकात करके मिटा देते थे | और ऐसा निष्पक्ष निर्णय करते थे की जिससे दोनों पक्ष के लोग खुश होकर उनकी जय घोष करते हुए आपने घर जाते थे | इनकी आज्ञा थी की कोई भी दुःखरत को शयन के समय भी आकर आपको सजग करके अपना दुःख निवेदन कर सकता था | जैसलमेर में आपने एक आधुनिक ढंग का अस्पताल व् हाई स्कूल का निर्माण करवा ये | महारावल जवाहरसिंह जी द्वारा हाई स्कूल का निर्माण करवाकर उसका नाम श्री दरबार काल्विन हाई स्कूल जैसलमेर रखकर उसके ऊपर की मंजिल पर राज्य का चिन्ह व् विद्यालय के नाम का शिलालेख लगवाया | वर्तमान इस विद्यालयका नाम राज्य सरकार ने अमर शहीद सागर मल गोपा सीनीयर माध्यमिक विद्यालय जैसलमेर रख दिया है | महारावल जवाहरसिंह के शासन काल को जैसलमेर का स्वर्ण युग कहा जा सकता है .
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