अलवर.अलवर जेल से बांग्लादेशी नागरिक फरार, कुछ घंटे बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा
जिला कारागार के डिटेंशन सेंटर से बुधवार शाम को एक बांग्लादेशी नागरिक फरार हो गया। सूचना के बाद पुलिस और जेल प्रशासन में हडकम्प मच गया। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और शहर में नाकेबंदी करा दी गई। कुछ घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस टीम ने उसे रेलवे स्टेशन के समीप से दबोच लिया।
जानकारी के मुताबिक अलवर जेल के डिटेंशन सेंटर में फिलहाल छह विदेशी नागरिकों को रखा हुआ है। बुधवार शाम को पुलिस गार्ड ने सेंटर में सभी विदेशी नागरिकों को खाना खिलाया।
इसी दौरान गार्ड की लापरवाही से सेंटर के अंदर का एक गेट खुला रह गया। मौका पाकर बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद सफीकुल इस्लाम भूइया (32) पुत्र मोहम्मद अब्दुल रासीद निवासी ग्राम मलिता थाना पोलास जिला नरसिंडा-बांग्लादेश अंदर से सेंटर के बरामदे में आ गया।इसके बाद एक पाइप के सहारे दीवार से छत पर चढ़ गया और पीछे से करीब 15 फीट ऊंची दीवार कूदकर खेतों में से फरार हो गया। पुलिस गार्ड को जब घटना का पता चला तो उनके हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने इसकी सूचना जेल प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को दी।
सूचना मिलते ही कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक पारस जैन, डीएसपी गिरधारीलाल और कोतवाल गिरधारीलाल शर्मा तुरंत जेल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। करीब आधे घंटे तक पुलिस अधिकारी आगे-पीछे से जेल का निरीक्षण करते रहे तथा शहर में नाकेबंदी शुरू करा दी गई। छानबीन के दौरान कोतवाली पुलिस की स्पेशल टीम ने बांग्लादेशी को रेलवे स्टेशन के समीप दबोच लिया। इसके बाद पुलिस उसे जेल ले गई और वापस डिटेंशन सेंटर में छोड़ दिया।सेंटर का मॉनिटर था
जेल सूत्रों के मुताबिक फरार हुआ बांग्लादेशी मोहम्मद सफीकुल इस्लाम भूईया को अलवर जेल के डिटेंशन सेंटर का मॉनिटर बनाया हुआ था। सेंटर पर लगी पुलिस गार्डों से काफी घुला-मिला था।
पहले भागा, कई घंटे बाद सूचना
सेंटर पर तैनात पुलिस गार्ड और अधिकारियों ने मुताबिक डिटेंशन सेंटर से बांग्लादेशी शाम करीब साढ़े छह बजे भागा और उसे करीब सवा आठ बजे पकड़ लिया, लेकिन जेल प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक सेंटर के विदेशी नागरिकों को शाम करीब चार बजे खाना खिलाया गया था। इसी दौरान ही बांग्लादेशी के फरार हो गया था, लेकिन सूचना काफी देर बाद दी गई।
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जैसलमेर में पकड़ा गया था
जेल अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि बांग्लादेशी मोहम्मद सफीकुल इस्लाम भूईया को जैसलमेर पुलिस ने सम इलाके से पकड़ा था। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वह बांग्लादेश से पैदल ईरान मजदूरी करने जा रहा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। 10 मई 2015 को उसे अलवर जेल के डिटेंशन सेंटर में भेजा गया था।
जांच के आदेश दिए
कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक अलवर पारस जैन ने बताया कि जेल के डिटेंशन सेंटर पर पुलिस लाइन से एक हैडकांस्टेबल और तीन कांस्टेबलों की सुरक्षा गार्ड लगी हुई थी। प्रकरण में गार्डों की लापरवाही को देखते हुए कोतवाल को जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जिला कारागार के डिटेंशन सेंटर से बुधवार शाम को एक बांग्लादेशी नागरिक फरार हो गया। सूचना के बाद पुलिस और जेल प्रशासन में हडकम्प मच गया। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और शहर में नाकेबंदी करा दी गई। कुछ घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस टीम ने उसे रेलवे स्टेशन के समीप से दबोच लिया।
जानकारी के मुताबिक अलवर जेल के डिटेंशन सेंटर में फिलहाल छह विदेशी नागरिकों को रखा हुआ है। बुधवार शाम को पुलिस गार्ड ने सेंटर में सभी विदेशी नागरिकों को खाना खिलाया।
इसी दौरान गार्ड की लापरवाही से सेंटर के अंदर का एक गेट खुला रह गया। मौका पाकर बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद सफीकुल इस्लाम भूइया (32) पुत्र मोहम्मद अब्दुल रासीद निवासी ग्राम मलिता थाना पोलास जिला नरसिंडा-बांग्लादेश अंदर से सेंटर के बरामदे में आ गया।इसके बाद एक पाइप के सहारे दीवार से छत पर चढ़ गया और पीछे से करीब 15 फीट ऊंची दीवार कूदकर खेतों में से फरार हो गया। पुलिस गार्ड को जब घटना का पता चला तो उनके हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने इसकी सूचना जेल प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को दी।
सूचना मिलते ही कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक पारस जैन, डीएसपी गिरधारीलाल और कोतवाल गिरधारीलाल शर्मा तुरंत जेल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। करीब आधे घंटे तक पुलिस अधिकारी आगे-पीछे से जेल का निरीक्षण करते रहे तथा शहर में नाकेबंदी शुरू करा दी गई। छानबीन के दौरान कोतवाली पुलिस की स्पेशल टीम ने बांग्लादेशी को रेलवे स्टेशन के समीप दबोच लिया। इसके बाद पुलिस उसे जेल ले गई और वापस डिटेंशन सेंटर में छोड़ दिया।सेंटर का मॉनिटर था
जेल सूत्रों के मुताबिक फरार हुआ बांग्लादेशी मोहम्मद सफीकुल इस्लाम भूईया को अलवर जेल के डिटेंशन सेंटर का मॉनिटर बनाया हुआ था। सेंटर पर लगी पुलिस गार्डों से काफी घुला-मिला था।
पहले भागा, कई घंटे बाद सूचना
सेंटर पर तैनात पुलिस गार्ड और अधिकारियों ने मुताबिक डिटेंशन सेंटर से बांग्लादेशी शाम करीब साढ़े छह बजे भागा और उसे करीब सवा आठ बजे पकड़ लिया, लेकिन जेल प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक सेंटर के विदेशी नागरिकों को शाम करीब चार बजे खाना खिलाया गया था। इसी दौरान ही बांग्लादेशी के फरार हो गया था, लेकिन सूचना काफी देर बाद दी गई।
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जैसलमेर में पकड़ा गया था
जेल अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि बांग्लादेशी मोहम्मद सफीकुल इस्लाम भूईया को जैसलमेर पुलिस ने सम इलाके से पकड़ा था। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वह बांग्लादेश से पैदल ईरान मजदूरी करने जा रहा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। 10 मई 2015 को उसे अलवर जेल के डिटेंशन सेंटर में भेजा गया था।
जांच के आदेश दिए
कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक अलवर पारस जैन ने बताया कि जेल के डिटेंशन सेंटर पर पुलिस लाइन से एक हैडकांस्टेबल और तीन कांस्टेबलों की सुरक्षा गार्ड लगी हुई थी। प्रकरण में गार्डों की लापरवाही को देखते हुए कोतवाल को जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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