दो गुटों ने उठाई एक-दूसरे की बेटियां, गांव छोड़ भागी बहुएं
खौफजदा बहुएं अपनी बेटियों के साथ गांव छोड़ नाते-रिश्तेदारों के यहां चली गई हैं। गांव में सिर्फ बुजुर्ग महिलाएं ही हैं और वो भी डरी सहमी हैं। डर की वजह है-दो पक्षों में जातिगत विवाद।
दरअसल, 17 अगस्त को कुछ लोग एक किशोरी को अगवा कर ले गए। दूसरे पक्ष ने बदला लेने की नीयत से 23 अगस्त को बंदूक के दम पर 11 वर्षीया बालिका को उठा लिया।
तभी से गांव में दो जातियों में तनाव है। अपहरण के भय से सभी जाति के लोगों ने अपनी बहू-बेटियों को गांव से बाहर भेज दिया है। करौली के एएसपी विश्नाराम विश्नोई ने कहा-गांव में पुलिस तैनात है, मैं भी दो बार गया था। आरोपित जल्द गिरफ्तार होंगे।
घरों पर ताले
गांव के अधिकतर घरों पर ताले लगे हैं। चार दिन बाद भी पुलिस अगवा बच्ची और गुनहगारों को ढूंढ़ नहीं पाई है। लोग इस कदर डरे हैं कि न पलायन पर कुछ बोल रहे न अपहरण पर।
स्कूल वीरान
गांव के स्कूल में 533 छात्र हैं, लेकिन गुरुवार को मात्र 40 ही आए। पोषाहार पकाने वाली महिला भी गांव छोड़ गई है। राखी पर लोगों ने अपनी बहन-बेटियों को घर आने से मना कर दिया है।
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