शुक्रवार, 7 अगस्त 2015

नावों पर सवार सरहद पर चौकस जवान

नावों पर सवार सरहद पर चौकस जवान


अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर अनूपगढ़-घड़साना क्षेत्र में तीन किलोमीटर क्षेत्र और बीएसएफ की दो पोस्ट पानी से घिर चुकी है। एेसे में जवानों ने नावों पर सवार होकर सरहद की चौकसी शुरू कर दी है।

घड़साना क्षेत्र की चित्रकूट तथा शेरपुरा बीओपी के आस-पास घग्घर का पानी पाकिस्तान से होकर वापस भारत में आने के बाद इसे अतिसंवदेनशील घोषित कर व्यापक बंदोबस्त किए गए है।

आतंकी घुसपैठ की फिराक में : खुफिया तथा आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की आईएसआई तथा लश्कर ए तौयबा, हिजमुल मुजाहिदीन, हरकत अंसार पीयूके मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद सहित आधा दर्जन आतंकी संगठन भारत में विध्वंसक घटनाओं के अंजाम देने की फिराक में है। इनके आतंकी भारत में घुसने के लिए जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान तथा गुजरात बॉर्डर पर घात लगाए बैठे हैं।

आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर में सख्ती अधिक होने के कारण पाक की शरण वाले आंतकियों की राजस्थान से सटे बॉर्डर पर आंख है। खासकर स्वतंत्रता दिवस के आस-पास आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर सकते है। इसी के दृष्टिग्त अनूपगढ़ तथा घड़साना क्षेत्र की सीमा चौकियों पर सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए हैं। तारबंदी व चित्रकूट पोस्ट की एक बीओपी पानी में घिर जाने के बाद सीमा पर जवानों को नावें उपलब्ध कराई है।

सीसुब के सहायक समादेष्टा राजेश चन्दौरा भी स्वयं नाव पर जवानों के साथ गश्त कर रहे हैं। जवानों को गश्त के दौरान दूरबीन, नाइटवीजन, वायरलेस सेट तथा आधुनिक हथियार से लैस किए गए है। जवानों को छह घंटे पानी में गश्त ड्यूटी के बाद बदल कर दूसरे जवान को तैनात किया जाता है। सीसुब अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की चौबीस घंटे आशंका रहती है।

पाक में बंधे बनाकर रोका पानी

बीएसएफ से मिली जानकारी अनुसार अनूपगढ़ तथा घड़साना थाना क्षेत्र की कई सीमा चौकियों को अतिसंवेदनशील माना है। घग्घर का पानी अनूपगढ़ क्षेत्र की कैलाश, मजनू पोस्ट से होकर पाकिस्तान में जा रहा है। पाकिस्तान सीमा में पानी को रोकने के लिए बंधे बनाए हुए है।

एेसे में पानी ऊंचे बंधों पर एकत्रित होकर ढलान की ओर बहता हुआ पाकिस्तान रेंजर्स की 'जन्नत गुल बीओपीÓ को छूकर वापस भारतीय सीमा में आने लगा है। जिससे हमारी शेरपुरा तथा चित्रकूट बीओपी क्षेत्र में पौने दो किलोमीटर तारबंदी पानी से घिरकर क्षेत्र ने तालाब का रूप ले रखा है। भारतीय सीमा में पाकिस्तान से वापस होकर आया घग्घर का पानी ढाई-तीन फीट गहरा तथा तीन किलोमीटर में फैला हुआ है।

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