जालोर। प्रदेश में आॅनर किलिंग - पति के दोस्त से यारी, पड़ी जिंदगी पर भारी
जालोर। प्रदेश में बेखौफ होकर आॅनर किलिंग करने की वारदात का खुलासा हुआ है, जिसमें लड़के और लड़की दोनों का कत्ल महज इस कारण से कर दिया गया कि कहीं परिवार की बदनामी न हो जाए। पूरा मामला है जालोर का जहां लड़की के पति और उसके परिवार के लोगों ने उसे और उसके प्रेमी का कत्ल कर दिया।
पूनम की हत्या के तार जुड़े देवेन्द्र सेजालोर के सेवडी गांव स्थित जांगुओं की ढाणी में रह रही पूनम विश्नोई की बुधवार तड़के नामजद लोगों ने हत्या कर दी। यह हत्या गत दिनों उदयपुर के गोगुन्दा में हुई देवेन्द्र विश्नोई की हत्या से जुडी हुई है। दरअसल पूनम, देवेन्द्र विश्नोई की हत्या के मामले में चश्मदीद गवाह थी तथा घटना के बाद से वह अपने प्रेमी देवेन्द्र के घर पर ही रह रही थी। ऐसा भी नहीं है कि पूनम को उसकी हत्या की आशंका नहीं थी। पूनम ने अपनी हत्या से पहले पुलिस के आला अफसरों को स्वयं के माता पिता सहित अपने पति परिवार के कुछ लोगों के खिलाफ मामला बागोडा थाने में दर्ज कराया था। बागोडा थानाधिकारी ने इस बात की सूचना अपने उच्चाधिकारियों को भी दी थी।
देवेन्द्र के पिता ने कराई थी प्राथमिकी दर्जपूनम के प्रेमी देवेन्द्र के पिता सेवडी निवासी भगवानाराम विश्नोई की प्राथमिकी के अनुसार बीती रात करीब साढे तीन बजे स्कोर्पियो गाड़ी में सवार होकर सात लोग आए तथा आते ही उन्होंने हमला बोल दिया। पूनम के सिर पर चोट मारी तथा भगवानाराम व उसकी पत्नी के साथ भी मारपीट की। हमलावर वारदात को अंजाम देकर वहां से बेखौफ निकले तथा उनके जाने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर भीनमाल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर लाल, जालोर के ए एस पी पहाडसिंह, भीनमाल डीएसपी निरंजन चारण व बागोडा के एसएचओ हरिराम, सहित भारी पुलिस लवाजमा मौके पर पहुंचा। पूनम का शव बागोडा मोर्चरी में ले जाया गया जहां तीन चिकित्सकों के दल ने उसका पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के अनुसार पूनम सिर पर गर्दन पर चोटें आई है। पूनम का शव उसके प्रेमी देवेन्द्र विश्नोई के माता'पिता को ही सुपुर्द किया गया है जिसका वे ही अंतिम संस्कार करेंगे।
पूनम से पहले प्रेमी देवेन्द्र की हत्यायह हत्याकांड 20 मई को उदयपुर के गोगुन्दा में हुई देवेन्द्र विश्नोई की हत्या से जुड़ा हुआ है। पूनम व देवेन्द्र दोनों शादीशुदा होते हुए भी आपस में प्रेम कर बैठे। पूनम, देवेन्द्र के साथ उदयपुर की न्यु भोपालपुर जैन कॉलोनी में रहती थी और बीएसटीसी कर रही थी। वहीं देवेन्द्र जांगु के निम्बाहेडा में शराब के ठेके थे। 19 मई को पूनम के पति प्रकाश विश्नोई सहित कुछ लोगों ने देवेन्द्र व पूनम का अपहरण कर लिया था। अपहरण से पहले देवेन्द्र के साथ बेहरमी से मारपीट की गई थी। पूनम ने पुलिस को बताया था कि मैं कई बार चिल्लाई और देव को बचाने की कई बार कोशिश की लेकिन मेरे साथ भी उन्होंने मारपीट की और हम दोनों को अलग अलग गाडियों में डाल दिया और हाई वे पर ले गए। हाई वे संख्या 76 टॉल नाके पर पूनम ने चतुराई दिखाते हुए पुलिस की नाकाबंदी को देखकर जोर से चिल्लाई थी, ऐसे में अपहरणकर्ता गाड़ी सहित पूनम को छोडकर फरार हो गए और पूनम बच गई। उसके बाद देर रात तक खबर आई कि देवेन्द्र को गोली मार कर उसकी लाश हाई वे पर फेंक गए। जिस दिन देवेन्द्र की हत्या हुई उसकी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था।
पूनम पिछले चार माह से देवेंद्र के यहां रह रही थीघटना के बाद पूनम अपने घर या ससुराल नहीं जाकर सीधे सेवडी गांव में रहने वाले अपने प्रेमी देवेन्द्र के घर पर आ गई पिछले चार माह से डरी सहमी वहां रह रही थी। पुलिस से मदद मांगने के बाद भी पुलिस ने कुछ दिन सुरक्षा दी थी। कुछ दिन पहले ही उसकी सुरक्षा हटा दी थी और आरोपियों ने इसी का फायदा उठा लिया और पूनम की निर्मम हत्या कर दी। इस घटनाक्रम से सेवडी गांव सहित पूरे जिले में सनसनी फैल गई है। पुलिस प्रशासन के तमाम अधिकारी रात से ही मौके पर थे और वे लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। वही पुलिस ने गुजरात व मध्यप्रदेश के सीमावर्ती नाकों पर नजर बनाए रखे हुए है।
पुलिस का मानना है कि आरोपी प्रकाश जो कि उदयपुर जेल में देवेन्द्र की हत्या के मामले में बंद है, उससे संपर्क कर सकते है। मृतक देवेन्द्र का भाई सिरोही की जेल में डोडा चूरा तस्करी मामले में बंद है।
पुलिस को आशंका है कि सारा मामला प्रोपर्टी की जुड़ा दिखाई दे रहा है। पूनम के पिता बाबूलाल का मुंबई मेटर का बडा व्यापार है, ऐसे में पूनम के भाई न होने के कारण सारी प्रोपर्टी का मालिकाना हकदार अकेली पूनम विश्नोई थी। पूनम का विवाह प्रकाश विश्नोई निवासी करडा के साथ हुआ था तथा पूनम को एक पुत्र भी है।
जालोर। प्रदेश में बेखौफ होकर आॅनर किलिंग करने की वारदात का खुलासा हुआ है, जिसमें लड़के और लड़की दोनों का कत्ल महज इस कारण से कर दिया गया कि कहीं परिवार की बदनामी न हो जाए। पूरा मामला है जालोर का जहां लड़की के पति और उसके परिवार के लोगों ने उसे और उसके प्रेमी का कत्ल कर दिया।
पूनम की हत्या के तार जुड़े देवेन्द्र सेजालोर के सेवडी गांव स्थित जांगुओं की ढाणी में रह रही पूनम विश्नोई की बुधवार तड़के नामजद लोगों ने हत्या कर दी। यह हत्या गत दिनों उदयपुर के गोगुन्दा में हुई देवेन्द्र विश्नोई की हत्या से जुडी हुई है। दरअसल पूनम, देवेन्द्र विश्नोई की हत्या के मामले में चश्मदीद गवाह थी तथा घटना के बाद से वह अपने प्रेमी देवेन्द्र के घर पर ही रह रही थी। ऐसा भी नहीं है कि पूनम को उसकी हत्या की आशंका नहीं थी। पूनम ने अपनी हत्या से पहले पुलिस के आला अफसरों को स्वयं के माता पिता सहित अपने पति परिवार के कुछ लोगों के खिलाफ मामला बागोडा थाने में दर्ज कराया था। बागोडा थानाधिकारी ने इस बात की सूचना अपने उच्चाधिकारियों को भी दी थी।
देवेन्द्र के पिता ने कराई थी प्राथमिकी दर्जपूनम के प्रेमी देवेन्द्र के पिता सेवडी निवासी भगवानाराम विश्नोई की प्राथमिकी के अनुसार बीती रात करीब साढे तीन बजे स्कोर्पियो गाड़ी में सवार होकर सात लोग आए तथा आते ही उन्होंने हमला बोल दिया। पूनम के सिर पर चोट मारी तथा भगवानाराम व उसकी पत्नी के साथ भी मारपीट की। हमलावर वारदात को अंजाम देकर वहां से बेखौफ निकले तथा उनके जाने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर भीनमाल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर लाल, जालोर के ए एस पी पहाडसिंह, भीनमाल डीएसपी निरंजन चारण व बागोडा के एसएचओ हरिराम, सहित भारी पुलिस लवाजमा मौके पर पहुंचा। पूनम का शव बागोडा मोर्चरी में ले जाया गया जहां तीन चिकित्सकों के दल ने उसका पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के अनुसार पूनम सिर पर गर्दन पर चोटें आई है। पूनम का शव उसके प्रेमी देवेन्द्र विश्नोई के माता'पिता को ही सुपुर्द किया गया है जिसका वे ही अंतिम संस्कार करेंगे।
पूनम से पहले प्रेमी देवेन्द्र की हत्यायह हत्याकांड 20 मई को उदयपुर के गोगुन्दा में हुई देवेन्द्र विश्नोई की हत्या से जुड़ा हुआ है। पूनम व देवेन्द्र दोनों शादीशुदा होते हुए भी आपस में प्रेम कर बैठे। पूनम, देवेन्द्र के साथ उदयपुर की न्यु भोपालपुर जैन कॉलोनी में रहती थी और बीएसटीसी कर रही थी। वहीं देवेन्द्र जांगु के निम्बाहेडा में शराब के ठेके थे। 19 मई को पूनम के पति प्रकाश विश्नोई सहित कुछ लोगों ने देवेन्द्र व पूनम का अपहरण कर लिया था। अपहरण से पहले देवेन्द्र के साथ बेहरमी से मारपीट की गई थी। पूनम ने पुलिस को बताया था कि मैं कई बार चिल्लाई और देव को बचाने की कई बार कोशिश की लेकिन मेरे साथ भी उन्होंने मारपीट की और हम दोनों को अलग अलग गाडियों में डाल दिया और हाई वे पर ले गए। हाई वे संख्या 76 टॉल नाके पर पूनम ने चतुराई दिखाते हुए पुलिस की नाकाबंदी को देखकर जोर से चिल्लाई थी, ऐसे में अपहरणकर्ता गाड़ी सहित पूनम को छोडकर फरार हो गए और पूनम बच गई। उसके बाद देर रात तक खबर आई कि देवेन्द्र को गोली मार कर उसकी लाश हाई वे पर फेंक गए। जिस दिन देवेन्द्र की हत्या हुई उसकी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था।
पूनम पिछले चार माह से देवेंद्र के यहां रह रही थीघटना के बाद पूनम अपने घर या ससुराल नहीं जाकर सीधे सेवडी गांव में रहने वाले अपने प्रेमी देवेन्द्र के घर पर आ गई पिछले चार माह से डरी सहमी वहां रह रही थी। पुलिस से मदद मांगने के बाद भी पुलिस ने कुछ दिन सुरक्षा दी थी। कुछ दिन पहले ही उसकी सुरक्षा हटा दी थी और आरोपियों ने इसी का फायदा उठा लिया और पूनम की निर्मम हत्या कर दी। इस घटनाक्रम से सेवडी गांव सहित पूरे जिले में सनसनी फैल गई है। पुलिस प्रशासन के तमाम अधिकारी रात से ही मौके पर थे और वे लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। वही पुलिस ने गुजरात व मध्यप्रदेश के सीमावर्ती नाकों पर नजर बनाए रखे हुए है।
पुलिस का मानना है कि आरोपी प्रकाश जो कि उदयपुर जेल में देवेन्द्र की हत्या के मामले में बंद है, उससे संपर्क कर सकते है। मृतक देवेन्द्र का भाई सिरोही की जेल में डोडा चूरा तस्करी मामले में बंद है।
पुलिस को आशंका है कि सारा मामला प्रोपर्टी की जुड़ा दिखाई दे रहा है। पूनम के पिता बाबूलाल का मुंबई मेटर का बडा व्यापार है, ऐसे में पूनम के भाई न होने के कारण सारी प्रोपर्टी का मालिकाना हकदार अकेली पूनम विश्नोई थी। पूनम का विवाह प्रकाश विश्नोई निवासी करडा के साथ हुआ था तथा पूनम को एक पुत्र भी है।
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