शनिवार, 22 अगस्त 2015

जैसलमेर,जिला कलक्टर ने बीएडीपी के कार्यों को समय सीमा में पूरा कराने के निर्देष दिए

बीएडीपी में वर्ष 2012-13 व 2013-14 के स्वीकृत शत प्रतिषत कार्यों का उपयोगिता प्रमाण पत्र 25 अगस्त तक अनिवार्य रूप से पेष करें - जिला कलक्टर शर्मा


जैसलमेर,
जिला कलक्टर ने बीएडीपी के कार्यों को समय सीमा में पूरा कराने के निर्देष दिए


जैसलमेर, 22 अगस्त/ जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा ने बी.ए.डी.पी. के कार्याें की विस्तार से समीक्षा करते हुए कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे बीएडीपी में वर्ष 2012-13, 2013-14 में स्वीकृत किए गए शत प्रतिषत कार्यों को पूर्ण करके उपयोगिता प्रमाण पत्र 25 अगस्त तक अनिवार्य रूप से पेष कर दें। उन्होंने कहा कि इसमें किसी प्रकार की देरी को बर्दाष्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने वर्ष 2014-15 में स्वीकृत हुए कार्याें के 50 प्रतिषत का उपयोगिता प्रमाण पत्र भी तत्काल ही पेष करने के निर्देष दिए। उन्होंने कार्यकारी एजेन्सी अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वीकृत कार्य समय सीमा में ही करावें एवं कार्य देरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बात का कार्यकारी एजेन्सी अधिकारी पूरा ध्यान रखें।

जिला कलक्टर शर्मा ने शनिवार को कलैक्टेªट सभागार में आयोजित बीएडीपी की समीक्षा बैठक में यह निर्देष दिये। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्ज्वल, उपवन संरक्षक डाॅ. ख्याति माथुर के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने विषेष रूप से पेयजल, विद्युत, पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे उपयोगिता प्रमाण पत्र पेष करने में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरते। उन्होंने विधुत विभाग द्वारा 2013-14 एवं 2014-15 के कार्यों को प्रारंभ नहीं करने पर इसको गंभीरता से लिया एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देष दिए कि वे अधीक्षण अभियंता विधुत को इस संबंध में नोटिस जारी करें। इसके साथ ही सीमा सुरक्षा बल दक्षिण के अधिकारी बैठक में उपस्थित नहीं होने पर उन्हें भी नोटिस जारी करने के निर्देष दिए।

जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि बीएडीपी में पुराने कार्यों को पूरा नहीं करने एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र पेष नहीं करने को राज्य सरकार ने बहत ही गंभीरता से लिया है एवं इसके कारण बीएडीपी में बजट भी मिलना संभव नहीं है इसलिए कार्यकारी एजेंसी के अधिकारी इसको गंभीरता से लेते हुए दो-तीन दिवस में ही उपयोगिता प्रमाण पत्र पेष कर दें। उन्होंने पुराने कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से पूर्ण कराने के निर्देष दिए एवं साथ ही वर्ष 2014-15 में स्वीकृत कार्य जो अभी चालू नहीं किए गए है उन्हें भी प्रारंभ करने के कडे निर्देष दिए।

जिला कलक्टर ने बैैठक में एक-एक विभाग की बीएडीपी की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की एवं समय पर कार्य पूरा नही कराने को गम्भीरता से लिया एवं निर्देष दिए कि वे कार्य को समय पर प्रारम्भ कर पूर्ण कराए। उन्होंने अधीक्षण अभियंता उम्मेदसिंह राव को निर्देष दिए कि वे बीएडीपी में स्वीकृत राषि एवं व्यय की गई राषि का कार्यकारी एजेंसीवार पूरा मिलान करावें वहीं प्रस्तुत किए गए पूर्णता एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र की भी जांच कराव दें।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने बैठक में विभागवार बकाया उपयोगिता प्रमाण पत्र, पूर्णता प्रमाण पत्र की जानकारी दी एवं उसे शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देष दिये। उन्होंने कार्यकारी एजेंसी के अधिकारियों को निर्देष दिए कि जो कार्य प्रगति पर हैं एवं उन पर जितनी राषि खर्च की जा चुकी उतनी राषि का उपयोगिता प्रमाण-पत्र किसी भी सूरत में तत्काल ही जिला परिषद में पेष करें ताकि आगामी किष्त जारी करने के लिए समय पर कार्यवाही की जा सकें।

बैठक में विकास अधिकारी पंचायत समिति सांकडा टीकमाराम चैधरी, सम लादूराम विष्नोई, अधीक्षण अभियंता जलदाय ओ.पी. व्यास, विधुत सुखाडिया, अधिषाषी अभियंता जलदाय ए.के. पाण्डे, दिनेषचंद्र पुरोहित, कुमुद माथुर, पी.डब्ल्यू.डी हरीष माथुर, हरिसिंह, उपवन संरक्षक मुकुट बिहारी माथुर, अधीक्षण अभियंता उम्मेदसिंह राव के साथ ही आर्मी व सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी उपस्थित थे एवं उन्होंने बीएडीपी कार्यो की प्रगति के बारे में विस्तार से अवगत कराया।

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