बड़वानी। मध्यप्रदेश के बडवानी जिले के सेंधवा अनुविभाग के पाड़छा ग्राम में एक आदिवासी महिला द्वारा घर में ही जन्म दिए गए तीन शिशुओं को नहीं बचाया जा सका।
सेंधवा के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेपी पंडित ने बताया कि गुरुवार अपरान्ह 24 वर्षीय सुनीता बाई ने अपने घर में ही तीन शिशुओं को जन्म दिया था लेकिन कम वजन (औसतन 1 किलोग्राम) के इन शिशुओं को नहीं बचाया जा सका।
महिला के परिजनों की सूचना पर 108 एम्बुलेंस से पहले उन्हें धनोरा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया लेकिन एक शिशु की इस दौरान मृत्यु हो गई। तत्काल उन्हें 20 किमी दूर सेंधवा के शासकीय सिविल अस्पताल रेफर किया गया लेकिन वहां पहुंचने के पूर्व शेष दोनों शिशुओं ने भी दम तोड़ दिया।
डॉ. पंडित ने बताया कि महिला की पहले से सोनोग्राफी या अन्य जांचे हो जाती तो उसे बड़े सेंटर में भेज कर प्लान्ड सीजेरियन सर्जरी कर शिशुओं की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने बताया कि पैदा हुए शिशुओं का वजन कम था तथा उनकी हाइपोथर्मिया हाइपोग्लेसेमिया और श्वांस लेने में तकलीफ की वजह से मृत्यु हो गई।
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