शिक्षा को लेकर किये गए दावों की पोल खुलती नजर आ रही हैं बायतु में
जगदीश सेन पनावड़ा
बायतु । एक तरफ तो राज्य सरकार सबको पढ़ाओ सबको आगे बढ़ाओ के नारे देकर शिक्षा को बढ़ावा देने की बात करती हैं तो दूसरी तरफ शिक्षा को लेकर किये गए दावों की पोल खुलती नजर आ रही हैं । जिले के अधिकांश विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई का स्तर गिरता हुआ लगता हैं । सरकार ने क्षेत्र में विद्यालयों को क्रमोंत कर दिए पर विद्यालय शिक्षकों की कमी से झुंझते नजर आ रहे हैं । ऐसा ही एक मामला बायतु उपखण्ड क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नोसर का हैं जिसमें अध्यापको की कमी के कारण विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में हैं । इस विद्यालय में शिक्षकों के कई पद खाली होने से बच्चों की पढ़ाई खराब हो रही हैं । विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक दम्माराम चौधरी ने बताया की विद्यालय में शिक्षकों के 22 पद स्वीकृत हैं लेकिन इनमें से 9 शिक्षक ही अपने पद पर नियुक्त हैं तथा 13 पद खाली पड़े हैं जिसके चलते दूर-दराज से अध्यन के लिए आने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई चौपट हो रही हैं। ग्रामीणों और विद्यार्थियों ने बताया की शिक्षकों की कमी के बारे में शिक्षा विभाग को कई बार अवगत करवाने के बाद भी कोई फायदा होता नजर नही आ रहा हैं। इस विद्यालय में वर्तमान में 401 विद्यार्थी अध्यनरत हैं । जिन पर मात्र 9 शिक्षक हैं ।
यह पद खाली हैं
कक्षा1 से 5 तक 4 अध्यापक
कक्षा6 से 8 तक 2 अध्यापक
कक्षा 9से 12 तक 3 लेक्सरार
2 लिपिक
प्रयोगशाला सहायक 1
चपरासी 1
कुल 13 पद खाली है ।
बच्चों को लगाए टी.टी के टीके
रा.उ.मा.वि. नोसर में आज टीकाकरण किया गया । प्रधानाचार्य रामलाल चौधरी ने बताया कि विद्यालय में स्वास्थय परिक्षण के तहत 94 बच्चों एवं 6 अध्यापकों को टीके लगाए गए ।
जगदीश सेन पनावड़ा
बायतु । एक तरफ तो राज्य सरकार सबको पढ़ाओ सबको आगे बढ़ाओ के नारे देकर शिक्षा को बढ़ावा देने की बात करती हैं तो दूसरी तरफ शिक्षा को लेकर किये गए दावों की पोल खुलती नजर आ रही हैं । जिले के अधिकांश विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई का स्तर गिरता हुआ लगता हैं । सरकार ने क्षेत्र में विद्यालयों को क्रमोंत कर दिए पर विद्यालय शिक्षकों की कमी से झुंझते नजर आ रहे हैं । ऐसा ही एक मामला बायतु उपखण्ड क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नोसर का हैं जिसमें अध्यापको की कमी के कारण विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में हैं । इस विद्यालय में शिक्षकों के कई पद खाली होने से बच्चों की पढ़ाई खराब हो रही हैं । विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक दम्माराम चौधरी ने बताया की विद्यालय में शिक्षकों के 22 पद स्वीकृत हैं लेकिन इनमें से 9 शिक्षक ही अपने पद पर नियुक्त हैं तथा 13 पद खाली पड़े हैं जिसके चलते दूर-दराज से अध्यन के लिए आने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई चौपट हो रही हैं। ग्रामीणों और विद्यार्थियों ने बताया की शिक्षकों की कमी के बारे में शिक्षा विभाग को कई बार अवगत करवाने के बाद भी कोई फायदा होता नजर नही आ रहा हैं। इस विद्यालय में वर्तमान में 401 विद्यार्थी अध्यनरत हैं । जिन पर मात्र 9 शिक्षक हैं ।
यह पद खाली हैं
कक्षा1 से 5 तक 4 अध्यापक
कक्षा6 से 8 तक 2 अध्यापक
कक्षा 9से 12 तक 3 लेक्सरार
2 लिपिक
प्रयोगशाला सहायक 1
चपरासी 1
कुल 13 पद खाली है ।
बच्चों को लगाए टी.टी के टीके
रा.उ.मा.वि. नोसर में आज टीकाकरण किया गया । प्रधानाचार्य रामलाल चौधरी ने बताया कि विद्यालय में स्वास्थय परिक्षण के तहत 94 बच्चों एवं 6 अध्यापकों को टीके लगाए गए ।
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