गुरुवार, 20 अगस्त 2015

जैसलमेर एस.बी.के.राजकीय महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत वृक्षारोपण



जैसलमेर एस.बी.के.राजकीय महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत वृक्षारोपण


जैसलमेर प्राचार्य डाॅ जे.के.पुरोहित ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रथम एक दिवसीय षिविर की अगली कडी में दीनदयाल उपाध्याय वाटिका विकसित करने के लिए महाविद्यालय परिसर के मुख्यद्वार के दाहिनी तरफ चारदीवारी के पास के क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण किया गया। जिसमें राजस्थान का राज्य वृक्ष खेजड़ी, नीम, गून्दा, बरगद, गुन्दी, पीली कनेर के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर उगने वाले पौधे लगाये गये ।

इस दौरान श्री के.आर.गर्ग ने वृक्षारोपण के महत्व के बार में बताया तथा इस तथ्य से अवगत कराया कि भारत वर्ष में क्षेत्रफल के अनुपात में वन क्षेत्र अत्यन्त कम है।

इस वृक्षारोपण कार्य में स्वयंसेवक हरसुख, किषनदान, छगनसिंह, षेम्भूसिंह, नरेन्द्र चारण ,रणजीत कुमार,नरपत दान,जसराज मंगल,खेताराम,श्रवण कुमार,मोहित एवं नरेष चारण ने भाग लिया ।

इस कार्यक्रम में श्री अषोक दलाल, डाॅ अषोक तंवर,डाॅ शषि गुप्ता, डाॅ एस.एस.मीना,श्री नेमीचंद गर्ग,श्री संजीव कुमार वर्मा,डाॅ रमेष चंद्र मीना ,श्री किषनाराम गुर्जर, श्री एन.डी.प्रजापत ,श्री पूराराम, श्री राजेन्द्र प्रसाद , श्री विकास केवलिया , श्री बाबुलाल,श्री सुखसिंह , श्री नरसिंह,श्री टेलाराम, श्री मनोहरंिसह ने सहयोग किया।

राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई ’अ’ के प्रभारी श्री मेहराब खाॅ व राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई ’ब’ के प्रभारी श्री पी.के.चंदेल सभी का आभार प्रकट किया।

1 टिप्पणी:

  1. आदरणीय भारत के राष्ट्रिय नागरिक महोदय व् नागरिक बन्धुओं हमारे भरत के नागरिकों पर राज करने वाले राष्ट्रिय नागरिकों से विनम्र अपील हमारे देश का कोई भी प्रधानमंत्री अगर किसी राज्य में बीस करोड़ की मदद देने की घोषणा करते है यह तो अच्चा है परन्तु मान लो की किसी राज्य की जनता पेड़ के पत्तों के पत्तल दोने का व्यापर करने में सक्षम है तो प्रधानमन्त्री जी को यह घोषणा करने की करपा करनी चाहिए की केन्द्र सर्कार दस करोड़ नगद देगे और दस करोड़ के सालाना राज्य की जनता से पेड़ के पत्तों के पत्तल दोने खरीदेंगे फिर देश की जनता को भोज के लिए हर गैस सरेण्डर के साथ मुफ्त देंगे जो देश की जनता जल पानी बर्बादी से जानलेवा मलेरिया व जल पानी बर्बादी से स्टील के बर्तन व् स्टील के ठीकरे धोनें पर चमड़ी कटने की बीमारी न हो जो जितना आमिर आदमी उतना बरबाद क्यों उसका इलाज ही नहीं होता स्टील के बर्तन को धोने वाले की परेशानी दूर बर्तन धोने वाले को रोज लगभग दोनों समय 150 ठकरे धोने से निजात मिलेगी स्टील के बरतन को धोने से जो जल बहता है जल बहने से मलेरिया के मछरों का आतंक मिट सकता है मलेरिया की बिमारियों पर परिवार बरबाद होने में कमी आएगी दवाइयों में शासनात्मक कमीशन बाजी व घोटाले बाजी जो देश को बरबाद करने में तुली हुई ह उसमें कमी आ सकती है यह योजना हर परिवार के पास पहुचती है तो हर परिवार ६ सदस्य ४० हजार रूपये की बचत व सरकार को मलेरिया के लिए परेशानी में कमी आएगी मानव व जानवरों को एलरजी नमक बिमारियों से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी और किसी राज्य का मुख्यमंत्री जो अपने राज्य को मेहनतकस व महत्वाकान्सी आत्म शक्तिशाली बनाना चाहता है तो अपनी राज्य की जनता को पेड़ के पत्तों के पत्तल दोने का व्यापर करवाने व पेड़ के पत्तों के पत्तल दोने में खाने का प्रचार होना चाहिए सरकारें जनता नो पेड़ के पत्तों के पत्तल दोने का व्यापर का अनुदान देगी तो उस राज्य में हरियाली की कमी कभी नहीं आएगी

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