बुधवार, 22 जुलाई 2015

वाड्रा जमीन मामले की जांच में अचानक तेजी

वाड्रा जमीन मामले की जांच में अचानक तेजी

बीकानेर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों द्वारा बीकानेर के निकट महाजन फायरिंग रेंज क्षेत्र में जमीन खरीदने समेत विभिन्न मामलों की जांच में अचानक तेजी आई है।

करीब एक साल पहले दर्ज हुए विभिन्न 18 मामलों में हाथ पर हाथ धरे बैठी रही पुलिस अब अचानक इतनी सक्रिय हुई कि एक ही माह में छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

शेष आरोपितों की धरपकड़ के लिए भी पुलिस सतर्क दिख रही है। संभव है । अगले कुछ दिनों में जमीनों के मामले में कई और आरोपित भी जेल की सलाखों के पीछे हों।

हालांकि यह अभी सिद्ध नहीं हुआ है कि वाड्रा की कंपनी द्वारा खरीदी गई जमीनों में भी किसी तरह का फर्जीवाड़ा हुआ हो।

कैसे जुड़ी कड़ी, पुलिस को तलाश

जमीन आवंटन में फर्जीवाड़ा करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले आरोपितों की पुलिस अब तेजी से धरपकड़ कर रही है। छह गिरफ्तारियां पुलिस के लिए सफलता मानी जा रही है, लेकिन अब भी कई चेहरे पुलिस की पकड़ से दूर हैं।

पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों से यह जानने का भी प्रयास कर रही है कि कंपनियां से खरीद-फरोख्त में किसने मुख्य भूमिका निभाई।

पुलिस एेसी कड़ी के जरिए ही हाइप्रोफाइल मामले की तह तक जाने की कोशिशों में जुटी है।

कहीं ये काउंटर तो नहीं

ललित मोदी और धोलपुर हाउस प्रकरण में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का चौतरफा घेराव किया और इस्तीफे की मांग भी उठाई।

वसुंधरा सरकार भी काउंटर के रूप में कांग्रेस के विरुद्ध कोई मौका छोडऩा नहीं चाहती। राजनीतिक गलियारों में जमीन मामलों की जांच में अचानक आई तेजी को भी इसी रूप में देखा जा रहा है।

आरोपितों की गिरफ्तारी और जांच के दौरान कोई बड़ा खुलासा हुआ तो नि:संदेह कांग्रेस के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है।

पूर्व मंडी अध्यक्ष रिमांड पर

जमीनों के मामले में सोमवार को गिरफ्तार किए गए छठे आरोपित लूणकरणसर मंडी के पूर्व अध्यक्ष जयप्रकाश बांगड़वा को न्यायालय ने रिमांड पर भेज दिया।

पुलिस ने मंगलवार को आरोपित को न्यायालय में पेश किया था। पुलिस आरोपित से कड़ी पूछताछ कर रही है।

बांगड़वा समेत अन्य पांच आरोपितों को अलग-अलग मामलों में और गिरफ्तार किया जा सकता है।

ये था मामला

पटवारी और अन्य राजस्व अधिकारियों ने महाजन फील्ड फायरिंग रेंज विस्थापितों के नाम से फर्जी आवंटन पत्र बनाकर राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी की और जमीनों का धड़ल्ले से बेचान कर दिया।

यही जमीनें सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के बहाने कई कंपनियों ने खरीदी। इसमें रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियां भी शामिल बताई जा रही है।

अब तक ये गिरफ्तार

जयप्रकाश बागड़वा, पूर्व मण्डी अध्यक्ष

फकीर मोहम्मद, नायब तहसीलदार

उमाशंकर, पटवारी

किशोरसिंह, टाइपिस्ट का रिश्तेदार

रणजीतसिंह, टाइपिस्ट

गुगनगर, श्रमिक

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें