बाड़मेर नारेबाजी कर विरोध जताया,अजा राष्ट्रीय अध्यक्ष बाड़मेर आएंगे
-बाड़मेर जिला मुख्यालय पर दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को दूसरे दिन जारी रहा। इस दौरान कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के आगे
प्रदर्शन करते हुए सरकार एवं पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई।
बाड़मेर, 14 जुलाई। बाड़मेर जिले मंे दलितांे पर उत्पीड़न के मामलांे मंे पुलिस द्वारा दोषियांेे के खिलाफ कार्यवाही नहीं किये जाने के विरोध मंे दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को दूसरे दिन जारी रहा। दूसरे दिन कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक रघुनाथ गर्ग के साथ पीड़ित पक्ष एवं समिति के प्रतिनिधि मंडल की वार्ता हुई। इस दौरान संबंधित पुलिस अधिकारियांे को इन प्रकरणांे मंे वांछित आरोपियांे की गिरफतारी एवं जांच को त्वरित गति से निपटाने के निर्देश दिए गए। इधर, समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल ने बताया कि समस्त प्रकरणांे मंे कार्यवाही होने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
जिला मुख्यालय पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर पहुंचे बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने दलित अत्याचार निवारण समिति के पदाधिकारियांे से बातचीत कर समस्त प्रकरणांे की जानकारी ली। जैन ने पीड़ितांे को न्याय दिलाने के लिए पूर्ण सहयोग एवं पैरवी करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान संबोधित करते हुए संयोजक उदाराम मेघवाल ने कहा कि पूर्व सांसद स्व.वृद्विचंद जैन ही एक ऐसे राजनेता थे, जिन पर पीड़ित एवं दलित लोगांे को मदद का भरोसा रहता था। जब भी जुल्म होते थे, तो पीड़ित पक्ष उनके द्वार पर पहुंचता था। अपराधी उनके द्वार पर कदम रखने से भी कतराता था। लेकिन आज की राजनीति उसके बिल्कुल विपरित है। आज के जन प्रतिनिधियांे से मदद के लिए अपराधी सबसे पहले उनके पास पहुंचते है, दुर्भाग्य है कि वो मदद भी अपराधियांे की करते है। उन्हांेने कहा कि एक दर्जन प्रकरणांे मंे किसी न किसी रूप से अपराधियांे की मदद सत्ता पक्ष के राजनेता कर रहे है। जिसको दलित वर्ग कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। समय आने पर इनको इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा।
मेघवाल ने बताया कि अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पी.एल.पूनिया ने उनसे दूरभाष पर बातचीत के दौरान उनको डांगावास प्रकरण की पैरवी करने के लिए धन्यवाद दिया गया। उनको बाड़मेर मंे चल रहे अनिश्चितकालीन धरने एवं प्रकरणांे के बारे मंे विस्तार से अवगत कराया गया। पूनिया ने दलित अत्याचार के प्रकरणांे की पैरवी के लिए जल्दी ही संसद के अधिवेशन से पहले ही बाड़मेर आने का भरोसा दिलाया।
मंगलवार को दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर तले धरनार्थियांे ने कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के आगे नारेबाजी करते हुए पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने एवं आरोपियांे की गिरफतारी की मांग की। धरने पर श्रवण कुमार चंदेल, मूलाराम मेघवाल, भैरूलाल नामा, छगन मेघवाल, चेतनराम पूनड़, गणेश मेघवाल, पदमाराम मेघवाल, मांगाराम, थानाराम, नेहचलराम, किशनलाल गर्ग, गोपाराम गर्ग, रणजीत कुमार सरपंच, ईश्वर नवल, मोहन कुर्डिया, मंगलाराम बामणोर, सवाईराम मेघवाल, हरखाराम मेघवाल, रामाराम सियाणी, खेराजराम सरपंच, सोनाराम टाक, कमलेश कटटा, नारायण बालेवा, मांगाराम मंसूरिया, श्रवण कुमार, जोगाराम मंगल, पारसराम थापन, पपूदेवी तारातरा, नवाराम, गेनाराम मंसूरिया, चेलाराम, गाजीराम,सवाईराम ईटादा समेत सैकड़ांे लोग धरने पर बैठे। इस दौरान जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर, अतिरिक्त जिला कलक्टर अथवा अन्य किसी प्रशासनिक अधिकारी की गैर मौजूदगी के कारण निजी सहायक जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन मंे बाड़मेर जिले के विभिन्न थानान्तर्गत दर्ज दलित उत्पीड़न के मामलांे मंे आरोपियांे की गिरफतारी एवं पीड़ित पक्ष को त्वरित न्याय दिलाने की मांग की गई। आरोपियांे की तत्काल गिरफतारी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी गई है।
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