जयपुर।सीएम की पुलिस को नसीहत, क्षेत्राधिकार में नहीं उलझे- मानवीय आधार पर भी करें काम
सीएम वसुंधरा राजे ने राजस्थान पुलिस को क्षेत्राधिकार में नहीं उलझने के साथ ही मानवीय आधार पर काम करने की नसीहत दी है। सचिवालय में कलेक्टर्स-एसपी कॉन्फ्रेन्स के दूसरे दिन प्रदेश के विभिन्न ज़िलों से आए एसपी'ज़ को सम्बोधित करते हुए सीएम राजे ने कहा कि कई बार क्षेत्राधिकार को लेकर जरूरतमंद को समय पर पुलिस की मदद नहीं मिल पाती।
थानाधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि किसी व्यक्ति को तत्काल मदद की जरूरत हो तो क्षेत्राधिकार में उलझने की बजाय मानवीय आधार पर उसकी मदद की जाए।
नई तकनीक का लें सहारा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते समय में प्रशासन के अन्य क्षेत्रों की तरह पुलिसिंग में भी बदलाव आ रहे हैं। ऐसे में प्रभावी पुलिसिंग के लिये जरूरी है कि पुलिस अधिकारी अनुसंधान में आधुनिक तकनीक के उपयोग को शामिल करें।
अपनाये "ज़ीरो टॉलरेंस" नीति
राजे ने पुलिस अधीक्षकों से अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण पाने के लिए ''जीरो टॉलरेंस'' की नीति अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पुलिस उन पर सख्त कार्रवाई करें जो कानून तोड़ते हैं, लेकिन कानून की पालना करने वाले लोगों के प्रति मानवीय और संवेदनशील रुख ज़रूर अपनायें।
पहले पूर्वानुमान- फिर विश्लेषण- फिर उठाये कदम
राजे ने कहा कि किसी भी घटना का पूर्वानुमान रखते हुए उसका विश्लेषण करें और समय रहते ठोस कदम उठाएं। पुलिस अधीक्षक इस बात का विशेष ध्यान रखें कि दो लोगों के बीच का झगड़ा या कोई 'पर्सनल इश्यू' साम्प्रदायिक तनाव का रंग न ले पाए।
जनप्रतिनिधियों के पत्रों और फोन का जवाब दें
सीएम ने पुलिस अधिकारियों को सांसद, विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधियों के पत्रों के साथ ही फोन कॉल्स का जवाब देने पर भी ज़ोर दिया। कलेक्टर्स की तरह पुलिस अधिकारियों को भी फोन नहीं उठाने की स्थिति में कॉल बैक करने की नसीहत दी।
सोशल मीडिया पर करें फोकस
राजे ने पुलिस को सोश्यल मीडिया से जुड़ने और हाईटेक होने की ओर भी फोकस किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सोशल मीडिया संवाद और अपनी राय रखने का अच्छा प्लेटफार्म बन गया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इस तरह के प्रयासों को रोकने के लिए एक सैल का गठन किया जाये ताकि इन गतिविधियों पर निगरानी रखकर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
कलक्टर्स के साथ सूचनाएं साझा करें
राजे ने पुलिस अधिकारियों को सम्बंधित ज़िलों के कलेक्टर्स के साथ कोर्डिनेशन बनाने की भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अंतर राज्यीय अपराधों पर लगाम कसने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पड़ौसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ नियमित संवाद रखें।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सीमा वाले जिलों के पुलिस अधीक्षकों से कहा कि वे बीएसएफ एवं सेना के अधिकारियों के साथ भी निरंतर संवाद रखें। उन्होंने कलक्टर्स के साथ इंटेलीजेंस इनपुट शेयर करने पर भी बल दिया।
गुर्जर आंदोलन के दौरान पुलिस की भूमिका सराहनीय
राजे ने हाल में हुए गुर्जर आंदोलन के दौरान प्रभावी पुलिस प्रबंधन की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अच्छी बात है कि महिलाओं, अनुसूचित जाति एवं जनजाति तथा कमजोर वर्गों से संबंधित अपराधों में कमी आई है।
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