उज्जैन।व्यापमं: आरोपी नम्रता की मौत या आत्महत्या? पुलिस ने 24 घंटे में बंद की फाइल
व्यापमं घोटाले से जुड़ी मेडिकल स्टूडेंट नम्रता डामोर की मौत की फाइल खुलने के 24 घंटे के भीतर ही फिर से बंद हो गई है। उज्जैन के एसपी द्वारा मंगलवार को ही नम्रता की मौत के मामले में फिर से जांच कराने के आदेश दिए गए थे।
पुलिस अपनी जांच से संतुष्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाईप्रोफाइल व्यापमं घोटाले से जुड़ी नम्रता डामोर की मौत को मध्य प्रदेश पुलिस ने आत्महत्या मानते हुए बुधवार को जांच को बंद कर दिया है। पुलिस ने एक बार फिर आत्महत्या की अपनी पुरानी थ्योरी को दोहराते हुए कहा कि जांच खत्म हो चुकी है और मामले में पुलिस अपनी छानबीन से संतुष्ट है।
मंगलवार को दिए गए थे आदेश
मंगलवार को उज्जैन के पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह वर्मा ने बताया था कि नम्रता डामोर की मौत की फिर से जांच कराने के आदेश दिये गये हैं। तराना के पुलिस अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओपी) आर के शर्मा इस मामले की जांच करेंगे।
व्यापमं घोटाले में आरोपी है नम्रता
गौरतलब है कि नम्रता डामोर उज्जैन जिले में 7 जुलाई 2012 को रेलवे पटरियों पर संदिग्ध स्थितियों में मृत पाई गई थी। नम्रता डामोर दौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय (एमजीएम) की छात्रा थी और यह संदेह था कि उसने व्यापमं में प्रवेश कराने वाले गिरोह की मदद से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया था।
टीवी पत्रकार की मौत
हाल ही में नम्रता का मामला फिर से तब सामने आया जब इंटरव्यू लेने गए एक टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। अक्षय सिंह व्यापमं घोटाले मामले की जांच कर रहे थे और उसी सिलसिले में नम्रता डामोर के पिता का इंटरव्यू लेने गए थे। जहां संदिग्ध हालात में उनकी मौत हो गई थी।
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