मंगलवार, 23 जून 2015

केयर्न एनर्जी की तेल भंडार खोज माइक वॉट्स अब एक बार फिर भारतीय उपमहाद्वीप में वापसी

केयर्न एनर्जी की तेल भंडार खोज माइक वॉट्स अब एक बार फिर भारतीय उपमहाद्वीप में वापसी 



भारत में अपने केयर्न एनर्जी की तेल भंडार खोज के पीछे जिस जियोलॉजिकल ब्रेन की सबसे बड़ी भूमिका रही वहीं माइक वॉट्स अब एक बार फिर भारतीय उपमहाद्वीप में वापसी कर रहे हैं. रेगिस्तान में केयर्न इंडिया के साथ तेल का खजाना खोजने वाले माइक अब दुनिया के सबसे बड़े प्राइवेट इक्विटी ग्रुप्स में से एक कार्लाइल के साथ जुड़ गए हैं. कार्लाइल के साथ माइक के इस समझौते के तहत मैग्ना एनर्जी नाम की ऑइल ऐंड गैस अपस्ट्रीम कंपनी अब जल्द ही भारतीय उपमहाद्वीप और साउथ एशिया पर फोकस करने जा रही है.



उल्लेखनीय है कि वाट्स पूर्व में केयर्न के डिप्टी सीईओ थे. इससे पूर्व वे केयर्न में बतौर एक्सप्लोरेशन डायरेक्टर के रूप में सेवाएं दे चुके थे. लेकिन सालभर परहले उन्होंने केयर्न का साथ छोड़ जे ब्राउन के साथ मिलकर मैग्ना की नींव रखी. नए लाइसेंसिंग दौर और अक्वीजिशन के जरिये ऑइल-गैस ऐसेट्स बनाने के लक्ष्य के साथ मैग्ना अब साउथ एशिया में कदम बढ़ा रही है. इसमें ब्राउन मैग्ना के मैनेजिंग डायरेक्टर की भूमिका में हैं.




नेल्प में मैग्ना लगा सकती है बोली:




केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार जल्द ही मार्जिनल फील्ड्स के विकास के लिए बोली मंगाने जा रही है. इसमें न्यू एक्सप्लोरेशन लाइसेंसिंग पॉलिसी (नेल्प) के तहत अगले राउंड में मैग्ना एग्रेसिव भी बोली लगा सकती है. यही नहीं वह इस सेक्टर की अन्य कंपनियों को भी खरीदने की पहल कर सकती है. उधर, माइक का कहा है कि इस बारे में वे जल्द ही ऐलान करेंगे.




रेगिस्तान में तेल भंडार ढूंढने वाले माइक वॉट्स की फिर होगी वापसी




उधर, केयर्न के कांट्रेक्ट के लिए वसुंधरा राजे ने केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र:




बाड़मेर के सांचौर बेसिन में तेल-गैस उत्पादन कर रही केयर्न इंडिया के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केन्द्रीय मंत्री काे पत्र लिखा है. यह पत्र कंपनी के प्रॉडक्शन शेयरिंग काॅन्ट्रेक्ट को बढ़ाने के लिए पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को लिखा गया है. मुख्यमंत्री के अनुसार प्रदेश में प्रस्तावित रिफाइनरी के लिए केयर्न के पीएससी को बढ़ाए जाने की जरूरत है.

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