प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने को लेकर राज्य सरकार एक और पहल करने जा रही है। सरकार ने स्कूलों में नामांकन बढ़ाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले शिक्षकों को श्रीगुरूजी सम्मान देने का फैसला किया है।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा है कि विद्यालयों में नवाचार अपनाने और नामांकन बढ़ाने वाले शिक्षकों को राज्य सरकार श्रीगुरूजी सम्मान से सम्मानित करेगी।
फिर शिक्षा का भगवाकरण!
शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से श्रीगुरूजी सम्मान दिए जाने के फैसले ने प्रदेश में शिक्षा के भगवाकरण को लेकर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, श्रीगुरूजी के उपनाम से देश के प्रखर राष्ट्रवादी ‘माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर’ जाने जाते हैं।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के तत्कालीन सरसंघचालक गुरूजी की प्रेरणा से ही जनसंघ का जन्म हुआ और इसे खडा करने में सभी स्तरों पर स्वंययेवकों को राजनीति में भेजा गया।
इससे पहले भी राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने सूर्य नमस्कार को स्कूलों में अनिवार्य कर दिया था जिससे पनपे विवाद ने काफी तूल पकड़ा था।
जल्द शुरू होगा 'शिक्षा समाधान' पोर्टल
देवनानी के अनुसार शिक्षकों की समस्याओं का निदान के लिए राज्य सरकार जल्द ही 'शिक्षा समाधान' पोर्टल शुरू करेगी।
इस पोर्टल के अंतर्गत प्रदेश के शिक्षकों का तमाम रिकॉर्ड संधारित किए जाने के साथ ही उनकी सेवा संबंधित समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए बजट आवंटन कर दिया गया है।
पाठ्यपुस्तक मंडल द्वारा शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत राज्य में 100 से अधिक नामांकन वाले विद्यालयों में शिशु वाटिकाओं की स्थापना करने का कार्य भी किया जाएगा।
इसके तहत विद्यालयों में बच्चों के आकर्षण के लिए झुलों और खेल-खिलोनों के साथ ही रोचक ढंग से पढ़ाने के अभिनव प्रयास किए जाएंगे।
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