जयपुर मेट्रो में आई खामी की वजह का हुआ खुलासा
जयपुर। शहर में गत मंगलवार को चांदपोल मेट्रो स्टेशन के ट्रेक पर चलते हुए अचानक मेट्रो के रुकने की वजह का खुलासा हो गया है। मेट्रो ट्रेन में आई तकनीकी खामी की वजह थी एटीपी फ्यूज का उडना था। यह खुलासा हुआ है मेट्रो प्रशासन की ओर से आई रिपोर्ट में।
मेट्रो स्टेशन पर चलती ट्रेन के दौरान मेट्रो के आपातकालीन ब्रेक लगाए थे। इसके चलते मेट्रो करीब 35 मिनट तक रोकी गई। ऐसे में मेट्रो प्रशासन की ओर से मामले की जांच करने के निर्देश मिले थे। जांच में सामने आया है कि ये ट्रेन एटीवी फ्यूज उडने की वजह से रूक गई थी। हैरानी की बात तो ये है की ये एटीपी फ्यूज भी मेट्रो कर्मचारियों की लापरवाही के चलते उडा था।
इस मामले पर जेएमआरसी के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने फ्यूज उडने की वजह मेट्रो कर्मचारियों में अनुभव की कमी को बताया। इतना ही नही, 3 जून से मेट्रो के 9 फेरे 2 मिनट से लेकर 35 मिनट लेट हो रहे हैं ऐसे में उसकी वजह भी एटीपी फ्यूज का उडना रहा है।
हालांकि मेट्रो के अधिकारी एटीपी फ्यूज को मेट्रो की सुरक्षा के लिए अहम बता रहे है। लेकिन ताज्जुब तो ये है कि मेट्रो को पटरी पर दौड़ाने से पहले कर्मचारियों को करीब डेढ साल तक ट्रेनिंग दी गई थी। फिर कैसे अनुभव की कमी के चलते एटीपी फ्यूज उड रहे हैं।
जयपुर। शहर में गत मंगलवार को चांदपोल मेट्रो स्टेशन के ट्रेक पर चलते हुए अचानक मेट्रो के रुकने की वजह का खुलासा हो गया है। मेट्रो ट्रेन में आई तकनीकी खामी की वजह थी एटीपी फ्यूज का उडना था। यह खुलासा हुआ है मेट्रो प्रशासन की ओर से आई रिपोर्ट में।
मेट्रो स्टेशन पर चलती ट्रेन के दौरान मेट्रो के आपातकालीन ब्रेक लगाए थे। इसके चलते मेट्रो करीब 35 मिनट तक रोकी गई। ऐसे में मेट्रो प्रशासन की ओर से मामले की जांच करने के निर्देश मिले थे। जांच में सामने आया है कि ये ट्रेन एटीवी फ्यूज उडने की वजह से रूक गई थी। हैरानी की बात तो ये है की ये एटीपी फ्यूज भी मेट्रो कर्मचारियों की लापरवाही के चलते उडा था।
इस मामले पर जेएमआरसी के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने फ्यूज उडने की वजह मेट्रो कर्मचारियों में अनुभव की कमी को बताया। इतना ही नही, 3 जून से मेट्रो के 9 फेरे 2 मिनट से लेकर 35 मिनट लेट हो रहे हैं ऐसे में उसकी वजह भी एटीपी फ्यूज का उडना रहा है।
हालांकि मेट्रो के अधिकारी एटीपी फ्यूज को मेट्रो की सुरक्षा के लिए अहम बता रहे है। लेकिन ताज्जुब तो ये है कि मेट्रो को पटरी पर दौड़ाने से पहले कर्मचारियों को करीब डेढ साल तक ट्रेनिंग दी गई थी। फिर कैसे अनुभव की कमी के चलते एटीपी फ्यूज उड रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें