बुधवार, 24 जून 2015

वसुंधरा और सुषमा स्वराज के इस्तीफे के अलावा कोई विकल्प नहीं: जयराम रमेश

वसुंधरा और सुषमा स्वराज के इस्तीफे के अलावा कोई विकल्प नहीं: जयराम रमेश
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केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की डिग्री मामले में अदालती कार्यवाही शुरु होने और आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी मामले में राजस्थान की मुख्यमंत्री का ब्रिटेन सरकार को दिए दस्तावेज सामने आने के बाद कांग्रेस ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। पार्टी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अब वसुंधरा राजे सिंधिया, सुषमा स्वराज और स्मृति ईरानी का इस्तीफा लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।




ललित मोदी को इंग्लैड में रहने की इजाजत देने के लिए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के दस्तावेज सामने के बाद कांग्रेस ने सरकार पर सीधा हमला बोल दिया है। पार्टी नेता जयराम रमेश ने आनन-फानन में बुलाई प्रेस कांफ्रेस में दस्तावेज जारी करते हुए कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने वसुंधरा राजे सिंधिया का इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। जयराम रमेश ने 21 बिंदुओं वाले दस्तावेज का हवाला देते हुए कहा कि राजस्थान की मुख्यमंत्री ने 18 अगस्त 2011 को इंग्लैड सरकार को यह बयान दिया था।




जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि वसुंधरा राजे के दस्तावेज कहां हैं, यह दस्तावेज अब सामने हैं। इसलिए, भाजपा अध्यक्ष को फौरन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिधिंया और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इन दस्तावेज में वसुंधरा राजे सिधिंया ने इंग्लैड सरकार से प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का सामना कर रहे ललित मोदी को इंग्लैड में रहने देने की इजाजत दिए जाने की मांग की थी।




स्मृति ईरानी को भी करे बर्खास्त

कांग्रेस ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के अपनी शिक्षा के बारे में गलत जानकारी देने पर अदालती कार्यवाही शुरु होने पर प्रधानमंत्री से उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि पटियाला हाउस अदालत ने उनकी डिग्री मामले को सुनवाई के योग्य माना है। इससे स्मृति ईरानी की डिग्री पर प्रश्नचिन्ह लग गया है।




पार्टी का कहना है कि स्मृति ईरानी अपने पद पर बनी रहती है, तो इससे जांच प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि सुनवाई के दौरान जब इस मामले में दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से जानकारी मांगी जाएगी, तो यह हितों का टकराव होगा। इसलिए, प्रधानमंत्री को फौरन उन्हें पद से हटा देना चाहिए। साथ ही कांग्रेस ने गुरुवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने का भी ऐलान किया है।

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