राजस्थान बोर्ड के दसवीं की मैरिट लिस्ट पर अस्थाई रूप से रोक
जयपुर| गंगापुर के एक ही स्कूल के 17 स्टूडेंट्स के मैरिट में आने के मामले पर विवाद के बाद मैरिट लिस्ट पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी गई है। टॉपर एकता अग्रवाल के बयान के बाद शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने यह रोक लगा दी गई है।
गौरतलब है कि बोर्ड में टॉपर रही छात्रा ने भी गड़बड़ी होने की बात स्वीकार की है। गंगापुर के क्रियेटिव पब्लिक स्कूल के स्टूडेंट्स की इतनी बड़ी संख्या में मैरिट में आने पर सवाल खड़े हुए तो यह विवाद बढ़ गया। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने जांच की बात की थी। अब यह विवाद मैरिट लिस्ट पर रोक के साथ और बढ़ गया है।
टॉपर एकता अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि उन्होंने पूरी मेहनत की, लेकिन एक-दो जनों की वजह से ये विवाद हो गया है। असल में जब परीक्षा केंद्र पर वे परीक्षा दे रहे थे तो उनके ही रूम में एक अन्य छात्र दीपक मीणा भी था। इसके कारण काफी डिस्टरबेंस हो रहा था। दीपक मीणा को कई अधिकारी-टीचर घेर कर खड़े थे और उसे कुछ-कुछ बता रहे थे। इसके कारण हमें लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। बताया जा रहा है कि दीपक एक शिक्षा अधिकारी का बेटा है।
गौरतलब है कि बोर्ड में टॉपर रही छात्रा ने भी गड़बड़ी होने की बात स्वीकार की है। गंगापुर के क्रियेटिव पब्लिक स्कूल के स्टूडेंट्स की इतनी बड़ी संख्या में मैरिट में आने पर सवाल खड़े हुए तो यह विवाद बढ़ गया। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने जांच की बात की थी। अब यह विवाद मैरिट लिस्ट पर रोक के साथ और बढ़ गया है।
टॉपर एकता अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि उन्होंने पूरी मेहनत की, लेकिन एक-दो जनों की वजह से ये विवाद हो गया है। असल में जब परीक्षा केंद्र पर वे परीक्षा दे रहे थे तो उनके ही रूम में एक अन्य छात्र दीपक मीणा भी था। इसके कारण काफी डिस्टरबेंस हो रहा था। दीपक मीणा को कई अधिकारी-टीचर घेर कर खड़े थे और उसे कुछ-कुछ बता रहे थे। इसके कारण हमें लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। बताया जा रहा है कि दीपक एक शिक्षा अधिकारी का बेटा है।
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