नई दिल्ली।BJP आलाकमान के सामने सफाई पेश करेंगी राजे, नाराज RSS ने कहा-वसुंधरा दे इस्तीफा!
ललित मोदी की मदद को लेकर घिरीं राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। ललित मोदी की मदद की बात खुद स्वीकार करने के बाद राजे के खिलाफ इस्तीफे को लेकर दबाव और बढ़ गया है। कहा जा रहा है कि शीर्ष बीजेपी नेतृत्व के साथ-साथ आरएसएस भी राजे से खफा है। इस मामले में राजे पार्टी आलाकमान के सामने पेश को होकर सफाई देंगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वसुंधरा राजे नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जाएंगी। माना जा रहा है कि वे शनिवार सुबह दिल्ली जाएंगी। सूत्रों के अनुसार कुछ विधायक भी दिल्ली जाने की तैयारी में जुटे हैं। राजे दिल्ली में बीजेपी आलाकमान के आगे इस मामले में अपनी सफाई पेश करेंगी।
READ: ललित मोदी का 'पॉलिटिकल कनेक्शन': प्रियंका, रॉबर्ट वॉड्रा से मिलने का दावा
वसुंधरा से नाखुश आरएसएस
कहा जा रहा है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से संघ भी ललित मोदी की मदद को लेकर खफा है। मदद की बात स्वीकार लेने के बाद आरएसएस को लगता है कि राजे को इस्तीफा दे देना चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक कभी भी वसुंधरा को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। साथ ही संघ ने प्रदेश के प्रचारक एवं संघ पदाधिकारियों से पूरी स्थिति पर नजर रखने के साथ जानकारी जुटाना शुरू करने के लिए कहा दिया है।
ओम माथुर ले सकते हैं वसुंधरी की जगह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजे को सीएम पद से हटाने के बाद उनके धुर विरोधी और पीएम मोदी तथा शाह के करीबी ओम माथुर को राजस्थान का नया मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। बीजेपी ने हाल ही में माथुर को पार्टी का राष्ट्रीय अपाध्यक्ष घोषित किया था।
READ: मोदी से जुड़े दस्तावेजों की जांच के बाद होगी कार्रवाई!
वसुंधरा का इस्तीफे से इनकार
वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। साथ ही विधायकों से उनके समर्थन में खड़े रहने को कहा है। बीजेपी आलाकमान वसुंधरा की सफाई सुनने के बाद ही इस मुद्दे पर कोई फैसला करेगा।
इस्तीफे पर बीजेपी में मतभेद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद से हटाने को लेकर बीजेपी में मतभेद है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि वसुंधरा राजे को इस्तीफा दे देना चाहिए, जबकि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इसके पक्ष में नहीं है, वह वसुंधरा राजे के समर्थन में खड़े हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें