शनिवार, 16 मई 2015

पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाएगी सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जीवनी



पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाएगी सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जीवनी


अजमेर सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जीवनी अब राजस्थान के विभिन्न स्तर के स्कूल कॉलेजों के पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाएगी। पृथ्वीराज चौहान पर शोध एवं अन्य उल्लेखनीय कार्यों के लिए 51 हजार रुपए का पुरस्कार मिलेगा।

तारागढ़ पर ग्रेट वॉल ऑफ अजयमेरू के निर्माण के प्रयास होंगे। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने से संबंधित विभिन्न योजनाओं का नामकरण रानी संयोगिता के नाम पर किया जाएगा।

ये घोषणाएं शुक्रवार को पृथ्वीराज स्मारक पर आयोजित सम्राट पृथ्वीराज चौहान जयन्ती समारोह के मुख्य अतिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी, केन्द्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री प्रो. सांवर लाल जाट, शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल एवं राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार ङ्क्षसह लखावत तथा सीकर सांसद स्वामी सुमेधानन्द सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने की।

इस अवसर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के युवाओं को इन महान व्यक्तित्व और इनके प्रेरणादायी प्रसंगों से परिचित कराने के लिए उन्हें पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।

डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि राज्य सरकार जाति और धर्म के राजनीति से ऊपर उठकर सभी के विकास और उन्नति के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में प्रेरणादायी व्यक्तियों के लिए बनाए जा रहे स्मारकों में उन सभी लोगों को शामिल किया जा रहा है जिनका देश के प्रति योगदान है।

उन्होंने कहा कि अजमेर की तारागढ़ पहाड़ी पर ग्रेट वॉल ऑफ अजयमेरू के निर्माण एवं सुद्ढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा हरसंभव मदद की जाएगी। केन्द्रीय जलसंसाधन राज्य मंत्री प्रो. सांवर लाल जाट ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान को हमेशा याद किया जाता रहेगा। राज्य सरकार ने उनके योगदान को याद करते हुए अजमेर के राजकीय महाविद्यालय का नाम सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय कर दिया।

शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश की स्कूलों में अब नए पाठ्यक्रम में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जीवनी पढ़ाई जाएगी। राज्य सरकार ने देश व समाज के प्रति बलिदान एवं त्याग करने वाले महापुरूषों को सम्मान देने तथा युवाओं को देशभक्ति व समाज सेवा की सीख देने के लिए ऐसे महापुरूषों को विद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय किया है।

महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान ने मातृभूमि की रक्षा और देश की आन-बान-शान पर मर मिटने का जो उदाहरण पेश किया उसके लिए हम सदैव उनके ऋणी रहेंगे। सम्राट पृथ्वीराज सफलताओं के पीछे संयोगिता का भी योगदान रहा।

इस योगदान को सम्मानित करने एवं युवा पीढ़ी को संयोगिता के योगदान से परिचित कराने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की जाने वाली योजनाओं का नामकरण संयोगिता के नाम पर किया जाएगा।

राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार ङ्क्षसह लखावत ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान के योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता। लखावत ने अगले वर्ष से पृथ्वीराज चौहान स्मारक समिति द्वारा 51 हजार रुपए पुरस्कार देने की भी घोषणा की।

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