चूरू। गैंगरेप मामले में न्याय के लिए पीड़िता के पिता ने की भूख हड़ताल
चूरू। जिला मुख्यालय के बाहर गैंगरेप पीड़िता का पिता भूख हड़ताल पर न्याय मांगने के लिए बैठा है। इतना ही नहीं पुलिस ने इस पर कार्यवाही भी कर दी। बुधवार को पुलिस उसे मुल्जिम की तरह उठा ले गई और अस्पताल ले जाकर उसके एक ड्रीप लगवा दी। पुलिस फिर पीड़िता के पिता को अस्पताल से पुलिस चौकी ले पहुंच गई। एक मुल्जिम की तरह पूछताछ प्रारम्भ कर दी।
दरअसल मामला चूरू जिले के सरदारशहर तहसील के मालकसर गांव का है, जहां भानीपुरा थाने में नवम्बर 2014 में मामला दर्ज हुआ था। जिसमें दूसरे साल तक भी कुछ कार्यवाही नहीं होने पर पीड़िता के पिता ने यह कदम उठाया है। व्यक्ति को पुलिस के द्वारा ले जाने पर उस के समाज के लोग पुलिस चौकी पहुंचे और उसे वापस धरना स्थल पर लेकर आये। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह मामला 5-6 माह पुराना है। इसकी जांच पहले पुलिस उपाधीक्षक सरदार शहर कर रहे थे, उन्होंने इस मामले में दो युवकों को दोषी माना था। जिसके बाद आरोपी पक्ष ने जांच बदलवा दी और अब जांच एसीएसटी पुलिस उप अधीक्षक कर रहे हैं।
इस बात से समाज के लोगों में और आक्रोश व्यप्त हो गया है। पीड़िता के परिवार का कहना है कि पुलिस अगर शीघ्र इस मामले में दोनों युवकों की गिरफ्तारी नहीं करेगी, तो समाज उग्र आंदोलन करेगा। समाज ने कल पुलिस प्रशासन का पुतला जलाया था। जब तक न्याय नहीं मिलेगा पीड़िता का पिता कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठा रहेगा।
दरअसल मामला चूरू जिले के सरदारशहर तहसील के मालकसर गांव का है, जहां भानीपुरा थाने में नवम्बर 2014 में मामला दर्ज हुआ था। जिसमें दूसरे साल तक भी कुछ कार्यवाही नहीं होने पर पीड़िता के पिता ने यह कदम उठाया है। व्यक्ति को पुलिस के द्वारा ले जाने पर उस के समाज के लोग पुलिस चौकी पहुंचे और उसे वापस धरना स्थल पर लेकर आये। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह मामला 5-6 माह पुराना है। इसकी जांच पहले पुलिस उपाधीक्षक सरदार शहर कर रहे थे, उन्होंने इस मामले में दो युवकों को दोषी माना था। जिसके बाद आरोपी पक्ष ने जांच बदलवा दी और अब जांच एसीएसटी पुलिस उप अधीक्षक कर रहे हैं।
इस बात से समाज के लोगों में और आक्रोश व्यप्त हो गया है। पीड़िता के परिवार का कहना है कि पुलिस अगर शीघ्र इस मामले में दोनों युवकों की गिरफ्तारी नहीं करेगी, तो समाज उग्र आंदोलन करेगा। समाज ने कल पुलिस प्रशासन का पुतला जलाया था। जब तक न्याय नहीं मिलेगा पीड़िता का पिता कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठा रहेगा।
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