राजसमंद राजसमंद जिले के केलवा में अक्षय तृतीया के मौके पर होने जा रहे बाल विवाह को प्रशासन व पुलिस की सक्रियता से रूकवाया गया। केलवा के पास दौलतपुरा गांव में गमेती जाति के गणेशलाल गमेती अपने 10 वर्षीय पुत्र दिनेश भील का विवाह करने जा रहा था।
बाल विवाह की सूचना पाकर प्रशासन व पुलिस के अधिकारी वहां पहुंचे और परिवार को बालविवाह ना करने के लिए पाबंद किया। बाल विवाह की सूचना करीब दोपहर एक बजे प्रशासन को मिली।
जब मौके पर अधिकारी पहुंचे तो बारात रवानगी की तैयारी चल रही थी। एेसे में तहसीलदार हंसमुख कुमार, पटवारी प्रकाश मण्डावरवाल व एएसआई भगवतीलाल ने बालक के पिता गणेशलाल व मां शंकरी बाई को बालक का विवाह ना कराने के लिए समझाइश देकर पाबंद किया।
प्रशासन की समझाइश के बाद बाल विवाह के कार्यक्रम को प्रसादी के कार्यक्रम में तब्दील कर दिया गया। गौरतलब है कि उदयपुर में प्रशासन ने बाव विवाह को रोकने के लिए सोमवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया था जिसके परिणाम स्वरुरप यह बाल विवाह रोकने में प्रशासन को सफलता मिलीं है ।
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