डीएम का खुला राज, रात को बुलाता था जूनियर महिला अफसर को घर
जयपुर। नेशनल लेवल के एक्ज़ाम को क्रोस करने के बाद शहर की आला कमाना सौपी गई। इस परीक्षा को पास कर डीएम बने और वहां भी फैला दी गंदगी। दरअसल उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के डीएम को उसकी ही जूनियर महिला आईएएस अफसर ने आरोपों में घेर दिया। इस महिला अफसर ने डीएम पर उन्हें रात को करीब दो बजे फाइल देखने के लिए बुलाने और इनसे घर पर खाना बनाने के लिए बोलने का आरोप लगाया है। इतनी ही इस महिला अफसर ने यह भी बताया कि डीएम ने उनसे बोला था कि तुम्हें गोरखपुर में तैनात इसलिए किया है जिससे मैं तुम्हारा चेहरा देख सकूं साथ ही कहा कि डीएम उसे एक-दो बार फिल्म दिखाने भी ले गए हैं।
मामला पहुंचा सीएम तक
एक सामाजसेवी नूतन ठाकुर द्वारा इस घटना की जानकारी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दी गई। नूतन ने बताया कि उनके पति आईपीएस अमिताभ ठाकुर को पीड़िता अफसर पहले से जानती हैं। साथ ही यह भी कहा कि अमिताभ ठाकुर और उनके पति को पीड़िता ने पूरी कहानी सुनाई है। आईजी ठाकुर ने कहा है कि मामले की गोपनीय जांच करवाई जाएगी। पीड़िता अफसर ने मंडल के एक अन्य सीनियर ऑफिसर से भी शिकायत की है।
डीएम ने मामले को बताया फिज़ूल
डीएम रंजन कुमार ने आरोपों को गलत बताया है। सात ही कहा है कि मीडिया निजी मामले में दखलांदाजी क्यों करता है? रेजन ने कहा कि आज भी मेरे पास कई फोन आया हैं। वे लोग प्रमुख सचिव नियुक्ति के पास अपने ट्रांसफर के बारे में पता करने गए थे। वे पश्चिम बंगाल से आए हैं और लखनऊ के आसपास तैनाती चाहते हैं।
जयपुर। नेशनल लेवल के एक्ज़ाम को क्रोस करने के बाद शहर की आला कमाना सौपी गई। इस परीक्षा को पास कर डीएम बने और वहां भी फैला दी गंदगी। दरअसल उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के डीएम को उसकी ही जूनियर महिला आईएएस अफसर ने आरोपों में घेर दिया। इस महिला अफसर ने डीएम पर उन्हें रात को करीब दो बजे फाइल देखने के लिए बुलाने और इनसे घर पर खाना बनाने के लिए बोलने का आरोप लगाया है। इतनी ही इस महिला अफसर ने यह भी बताया कि डीएम ने उनसे बोला था कि तुम्हें गोरखपुर में तैनात इसलिए किया है जिससे मैं तुम्हारा चेहरा देख सकूं साथ ही कहा कि डीएम उसे एक-दो बार फिल्म दिखाने भी ले गए हैं।
मामला पहुंचा सीएम तक
एक सामाजसेवी नूतन ठाकुर द्वारा इस घटना की जानकारी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को दी गई। नूतन ने बताया कि उनके पति आईपीएस अमिताभ ठाकुर को पीड़िता अफसर पहले से जानती हैं। साथ ही यह भी कहा कि अमिताभ ठाकुर और उनके पति को पीड़िता ने पूरी कहानी सुनाई है। आईजी ठाकुर ने कहा है कि मामले की गोपनीय जांच करवाई जाएगी। पीड़िता अफसर ने मंडल के एक अन्य सीनियर ऑफिसर से भी शिकायत की है।
डीएम ने मामले को बताया फिज़ूल
डीएम रंजन कुमार ने आरोपों को गलत बताया है। सात ही कहा है कि मीडिया निजी मामले में दखलांदाजी क्यों करता है? रेजन ने कहा कि आज भी मेरे पास कई फोन आया हैं। वे लोग प्रमुख सचिव नियुक्ति के पास अपने ट्रांसफर के बारे में पता करने गए थे। वे पश्चिम बंगाल से आए हैं और लखनऊ के आसपास तैनाती चाहते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें