मुंबई
मुस्लिम परिवार की 12 वर्षीय मरियम सिद्दिकी छठी क्लास की छात्रा है। वह पढऩे में काफी होनहार है। हाल ही में उसने भगवद् गीता पर आधारित एक प्रतियोगिता में 3000 प्रतिभागियों को पछाड़ कर पहला स्थान हासिल किया है। इस्कॉन ने 'गीता चैंपियंस लीग' नाम से यह प्रतियोगिता जनवरी में आयोजित कराई थी।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, 100 अंकों वाले इस प्रतियोगिता का उद्देश्य यह जानना था कि बच्चों को गीता के विषय में कितना ज्ञान है।
मरियम को 15 मार्च को पुरस्कार दिया गया। उसने कहा, 'धर्मों के बारे में जाने के लिए हमेशा से मैं जिज्ञासु रही हूं। खाली समय में उनके बारे में पढ़ती रहती हूं। जब मेरे टीचर ने इस प्रतियोगिता के बारे में बताया तो मुझे लगा कि इस पुस्तक के बारे में जानने का यह एक अच्छा मौका है। मेरे परिजनों ने भी इस प्रतियोगिता में शामिल होने के मेरे फैसले का समर्थन किया।'
अंग्रेजी में हुई इस प्रतियोगिता के लिए मरियम ने इस्कॉन के दिए गए अध्ययन सामग्री से तैयारी की थी।
उसने बताया, 'मैं पूरे अध्ययन सामग्री को पढ़ी और यह जानने की कोशिश की कि गीता से आम लोगों को क्या ज्ञान मिलता है। मैंने और भी धर्मों के बारे में पढ़ा है। मुझे लगता है कि मानवता सबसे महत्वपूर्ण धर्म है, इसका सबको अनुसरण करना चाहिए।'
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