बाड़मेर जिले के सीमावर्ती गाँव भयंकर अकाल की चपेट में,विपक्ष के अलावा कोई नही उठा रहा मुद्दा !
रिपोर्ट :- पप्पू कुमार बृजवाल /बाड़मेर
बाड़मेर जिले के सीमावर्ती गांव इस समय भयंकर अकाल की चपेट में है। बाड़मेर जिले में देश का सर्वाधिक गोवंश पाया जाता है, जिसमें कई दुर्लभ एवं उत्कृष्ट नस्ल की गायें पायी जाती हैं। लेकिन चारा और पानी के अभाव के कारण आज इस क्षेत्र में गायों के कंकालों के ढेर लग रहे हैं। और आये दिन चारे पानी के अभाव के चलते पशुधन दम तोड़ रहा है पशु पालक अपने सामने पशुओ को दम तोड़ता देख उनकी स्थिति पागलों जैसी हो गई है।
उसके बावजूद भी इनकी पैरवी करने वाला कोई नहीं है गडरा रोड तहसील के कई गाँवो के लोग पिछले कई दिनों से अकालग्रस्त गाँवो में पशु शिविर खोलने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए है मगर अभी तक यंहा पर प्रशानिक अधिकारियो के अलावा सरकार का कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पंहुचा है ग्रामीणों का कहना है की जिले के सभी जनप्रतिनिधि एक साथ उनकी पैरवी करे तो सरकार को मजबूर होकर पशुपालको के लिए कुछ कदम उठाना ही पड़ेगा ।
रिपोर्ट :- पप्पू कुमार बृजवाल /बाड़मेर
बाड़मेर जिले के सीमावर्ती गांव इस समय भयंकर अकाल की चपेट में है। बाड़मेर जिले में देश का सर्वाधिक गोवंश पाया जाता है, जिसमें कई दुर्लभ एवं उत्कृष्ट नस्ल की गायें पायी जाती हैं। लेकिन चारा और पानी के अभाव के कारण आज इस क्षेत्र में गायों के कंकालों के ढेर लग रहे हैं। और आये दिन चारे पानी के अभाव के चलते पशुधन दम तोड़ रहा है पशु पालक अपने सामने पशुओ को दम तोड़ता देख उनकी स्थिति पागलों जैसी हो गई है।
उसके बावजूद भी इनकी पैरवी करने वाला कोई नहीं है गडरा रोड तहसील के कई गाँवो के लोग पिछले कई दिनों से अकालग्रस्त गाँवो में पशु शिविर खोलने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए है मगर अभी तक यंहा पर प्रशानिक अधिकारियो के अलावा सरकार का कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पंहुचा है ग्रामीणों का कहना है की जिले के सभी जनप्रतिनिधि एक साथ उनकी पैरवी करे तो सरकार को मजबूर होकर पशुपालको के लिए कुछ कदम उठाना ही पड़ेगा ।
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