बाड़मेर सरहद पर पाकिस्तानी मोबाइल कंपनियों के सिग्नल
राजस्थान से लगती पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 15 से 20 किलोमीटर के अंदर भारतीय क्षेत्र के कई इलाकों में पाकिस्तानी मोबाइल कंपनियों के सिग्नल आराम से पकड़ रहे हैं। इन सिग्नलों के जरिए बाड़मेर के कई तस्करों, जासूसों द्वारा पाकिस्तानी सीमा के जरिए देश सामरिक व गोपनीय सूचनाएं पाक खुफिया एंजेसी आईएसआई को दी जा रही हैं। वैसे दूर संचार के क्षेत्र मे अंतर्राष्ट्रीय नियमों के मुताबिक किसी भी देश का मोबाइल नेटवर्क दूसरे देश की सीमाओं मे 500 मीटर तक जा सकता है। इस तरह पाकिस्तान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कानून का खुला उल्लघंन किया जा रहा है। साथ ही हमारे देश की सुरक्षा के लिए यह सिग्नल सुराख बन रहे है और खतरे की घंटी साबित हो रहे है।
पाकिस्तान ने लगाए नए मोबाइल टॉवर
पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ रची गई एक और नई साजिश के तहत राजस्थान के बाड़मेर जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट अपने क्षेत्र मे करीब तीन दर्जन से ज्यादा नए मोबाइल टॉवर स्थापित किए गए हैं। इन मोबाइल टॉवरों के सिग्नल भारतीय क्षेत्र मे 15 से 20 किमी अंदर तक पहुंचने पर यह भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। पाकिस्तान मोबाइल कंपनियों के सिग्नल आराम से काफी अंदर तक भारतीय क्षेत्र मे आने से कई कुख्यात तस्करों और जासूसों द्वारा थार एक्सप्रेस के जरिए बड़ी संख्या मे पाक मोबाइल सिम मंगवाए गए हैं। मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर थार एक्सप्रेस से आ रहे यात्रियों की स्कैनिंग करने की कोई सुविधा न होने से पाकिस्तान की सीमा से धड़ल्ले से मोबाइल सिम, पाकिस्तानी गानों से भरी हुई तथा भड़काऊ भाषणों से भरी चिप भारतीय सीमा में लाई जा रही है।
राजस्थान की सीमा पर मोबाइल पकड़ रहे पाकिस्तानी सिग्नल, जासूसों की मिल रही मदद
बाड़मेर में सामने आए हैं जासूसी के कई मामले
बाड़मेर से लगती पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुरुआत से ही तस्करी के कारण सुर्खियों में रही है, लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां पर बाड़मेर में सब्जी का ठेला चलाते हुए सबको धोखा देकर पाकिस्तान के लिए जासूसी करता हुआ एक शख्स गिरफ्तार हुआ था। वहीं 2009 मे बब्बर खालसा नामक आंतकी संगठन के लिए बड़ी मात्रा में बारूद हथियार और कई दूसरे संगठनों के लिए हेरोइन भी बड़ी मात्रा मे यहां सप्लाई होते समय पकड़ी गई थी।
सुत्रों के अनुसार राजस्थान सीमा के जिन क्षेत्रों में मोबाइल टॉवर लगाए हैं। उसमें खोखरापार छाछरो जमातंर फोर्ट मंथार बंगलो मंडी सादी कगंज सहित कई क्षेत्र प्रमुख हैं। इनमें जिन कंपनियों के सिग्नल भारतीय क्षेत्र में पहुंच रहे है, उसमें वेरिडटेल औसिस पाक टेलीनार पीके पीएल पाकपाल मोबाइलिंग यूफोन, पीटी, सोराल, हच आदि प्रमुख हैं।
राजस्थान से लगती पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 15 से 20 किलोमीटर के अंदर भारतीय क्षेत्र के कई इलाकों में पाकिस्तानी मोबाइल कंपनियों के सिग्नल आराम से पकड़ रहे हैं। इन सिग्नलों के जरिए बाड़मेर के कई तस्करों, जासूसों द्वारा पाकिस्तानी सीमा के जरिए देश सामरिक व गोपनीय सूचनाएं पाक खुफिया एंजेसी आईएसआई को दी जा रही हैं। वैसे दूर संचार के क्षेत्र मे अंतर्राष्ट्रीय नियमों के मुताबिक किसी भी देश का मोबाइल नेटवर्क दूसरे देश की सीमाओं मे 500 मीटर तक जा सकता है। इस तरह पाकिस्तान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कानून का खुला उल्लघंन किया जा रहा है। साथ ही हमारे देश की सुरक्षा के लिए यह सिग्नल सुराख बन रहे है और खतरे की घंटी साबित हो रहे है।
पाकिस्तान ने लगाए नए मोबाइल टॉवर
पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ रची गई एक और नई साजिश के तहत राजस्थान के बाड़मेर जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट अपने क्षेत्र मे करीब तीन दर्जन से ज्यादा नए मोबाइल टॉवर स्थापित किए गए हैं। इन मोबाइल टॉवरों के सिग्नल भारतीय क्षेत्र मे 15 से 20 किमी अंदर तक पहुंचने पर यह भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। पाकिस्तान मोबाइल कंपनियों के सिग्नल आराम से काफी अंदर तक भारतीय क्षेत्र मे आने से कई कुख्यात तस्करों और जासूसों द्वारा थार एक्सप्रेस के जरिए बड़ी संख्या मे पाक मोबाइल सिम मंगवाए गए हैं। मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर थार एक्सप्रेस से आ रहे यात्रियों की स्कैनिंग करने की कोई सुविधा न होने से पाकिस्तान की सीमा से धड़ल्ले से मोबाइल सिम, पाकिस्तानी गानों से भरी हुई तथा भड़काऊ भाषणों से भरी चिप भारतीय सीमा में लाई जा रही है।
राजस्थान की सीमा पर मोबाइल पकड़ रहे पाकिस्तानी सिग्नल, जासूसों की मिल रही मदद
बाड़मेर में सामने आए हैं जासूसी के कई मामले
बाड़मेर से लगती पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुरुआत से ही तस्करी के कारण सुर्खियों में रही है, लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां पर बाड़मेर में सब्जी का ठेला चलाते हुए सबको धोखा देकर पाकिस्तान के लिए जासूसी करता हुआ एक शख्स गिरफ्तार हुआ था। वहीं 2009 मे बब्बर खालसा नामक आंतकी संगठन के लिए बड़ी मात्रा में बारूद हथियार और कई दूसरे संगठनों के लिए हेरोइन भी बड़ी मात्रा मे यहां सप्लाई होते समय पकड़ी गई थी।
सुत्रों के अनुसार राजस्थान सीमा के जिन क्षेत्रों में मोबाइल टॉवर लगाए हैं। उसमें खोखरापार छाछरो जमातंर फोर्ट मंथार बंगलो मंडी सादी कगंज सहित कई क्षेत्र प्रमुख हैं। इनमें जिन कंपनियों के सिग्नल भारतीय क्षेत्र में पहुंच रहे है, उसमें वेरिडटेल औसिस पाक टेलीनार पीके पीएल पाकपाल मोबाइलिंग यूफोन, पीटी, सोराल, हच आदि प्रमुख हैं।
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