बुधवार, 11 मार्च 2015

सदन में गूंजा शिक्षक भर्ती का मामला



राजस्थान विधानसभा में शिक्षकों की भर्ती का मामला उठा। प्रश्नकाल के दौरान विधायकों ने शिक्षकों की कमी पर चिंता जताई। विधायक शिमला बावरी ने बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान स्कूलों में टीचर भर्ती का सवाल किया।



उन्होंने पूछा कि स्कूलों में अध्यापकों की कमी है जिससे पढ़ाई का स्तर गिरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को पोषाहार का काम भी करना पड़ता है तो कभी एलडीसी का भी जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। विधायक ने सरकार से एलडीसी के रिक्त पदों का की जानकारी मांगी।




जिसके जवाब में शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश में सरकार शिक्षा का स्तर सुधारने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के चलते प्रदेश में शिक्षा के स्तर में गिरावट आई है। देवनानी ने बताया कि अब तक 21 हजार 900 पद पदस्थापित किए गए है। अगले सत्र तक 1 भी पद खाली नहीं रहेगा। मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 5 हजार से ज्यादा स्कूल क्रमोन्नत किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस माह 8 हजार 400 पदों की डीपीसी की जाएगी। उन्होंने बताया कि क्रमोन्नत होने वाले विद्यालयों के अनुसार प्रिंसिपल के 5 हजार पद सृजित किए गए हैं।




वहीं विधायक बाबू सिंह ने कहा कि स्कूलों को क्रमोन्नत करने से शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं होगा बल्कि इसके लिए शिक्षकों की व्यवस्था करनी होगी। उन्होंने कहा कि स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात गड़बड़ाया हुआ है।




जिसके जवाब में मंत्री देवनानी ने कहा कि एक कमेटी का गठन किया गया है जो विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात पर रिपोर्ट देगी। किसी भी स्कूल में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश आने वाले तीन साल में शिक्षा के क्षेत्र में देश में नंबर 1 बन जाएगा।

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