शुक्रवार, 20 मार्च 2015

बाड़मेर पशुओं का छिना निवाला पशुओं की अकाल मौत


बाड़मेर पशुओं का छिना निवाला पशुओं की अकाल मौत 




बाड़मेर चौहटन अकाल की पीड़ा से जूझ रहे भोजारिया गांव के पशुओं के मुंह आया निवाला छिन गया है। यहां स्वीकृत पशु शिविर को स्वीकृत स्थान से अन्यत्र किसी निजी स्थान पर लगाने के कारण प्रशासन ने उसे बंद कर दिया। गांव के दर्जनों पशुपालकों ने उपखंड अधिकारी श्रवणसिंह राजावत, तहसीलदार प्रभात त्रिपाठी, विकास अधिकारी रामनिवास बाबल व प्रधान कूंभाराम सेंवर को ज्ञापन सौंपकर पशुशिविर स्वीकृत स्थान पर पुन: शुरू करवाने की मांग की। 

उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राहत विभाग की ओर से पशु शिविर स्वीकृत किया गया। इसे ग्राम पंचायत ने स्वीकृत स्थानी से अन्यत्र किसी के निजी खेत में लगा दिया। ग्रामीणों ने जब इसकी शिकायत की, तो प्रशासन ने सरपंच व ग्रामसेवक को निर्देश देकर शिविर स्वीकृत स्थान पर चलाने को कहा।

आदेशों की पालना नहीं होने पर तहसीलदार ने ग्रामीणों को अवगत करवाया कि शिविर दस मार्च से बंद कर दिया गया है। इसका सही स्थान पर संचालन नहीं होने तक की अवधि का भुगतान राहत कोष से नहीं किया जाएगा। इसको लेकर ग्रामीण हनुमानराम, पूरदान चारण, सवाईसिंह, पीराराम, दीपाराम सहित अन्य नेशिविर पुन: शुरू कर भूखमरी के शिकार पशुओं को बचाने की मांग की।

अवधि बढ़ाने की मांग
शिव. उपखंड के गडरारोड तहसील के अधिकांश गांव दोहरे अकाल की मार झेल रहे हैं। यहां के दर्जनों गांवों में सरकार की ओर से शुरू किए गए पशु शिविर दिसम्बर से बंद हैं। ऎसी स्थिति में यहां के पशुपालकों के सामने अपने पशुओं को बचाने का संकट पैदा हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि शिविर 90 दिन चलने के बाद बंद हो जाने से अब गायों के लिए चारे का जुगाड़ करना बूते से बाहर हो रहा है। 

इसको लेकर पूर्व पंचायत समिति सदस्य मूलसिंह सोढ़ा के नेतृत्व में कई पशुपालकों ने गुरूवार को मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंप क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में बंद पशु शिविरों को फिर से शुरू करवाने की मांग की। उन्होने सात दिन के भीतर शिविरों पर चारे की आपूर्ति नहीं होने पर जिला मुख्यालय पर आमरण अनशन की चेतावनी दी। 



इनका कहना है
पटवारी के माध्यम से मौके की जांच करवा दी है, शिविर अन्यत्र संचालित होने के कारण सरपंच व ग्रामसेवक को स्वीकृत स्थान पर ही चलाने के निर्देश दिए हैं। अन्यत्र संचालन किया गया तो भुगतान रोक दिया जाएगा। 
श्रवणसिंह राजावत, उपखंड अधिकारी

भोजारिया में पंचायत मुख्यालय पर पशु शिविर स्वीकृत है, लेकिन स्वीकृत स्थान पर संचालित नहीं होने पर फिलहाल इसे बंद करवा दिया है। मौका स्थिति देखकर शिविर सुचारू करवाने के प्रयास करूंगा। 
प्रभात त्रिपाठी, तहसीलदार, चौहटन

गांव में शिविर स्थान को लेकर आपसी मतभेद है, समझाईस के साथ शिविर को दो भागों में बांटकर समाधान के प्रयास करेगे। 
कूंभाराम सेंवर, प्रधान, चौहटन

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