शुक्रवार, 20 मार्च 2015

जनता एक्सप्रेस रायबरेली के पास पटरी से उतरी, 30 यात्रियों की मौत, 55 घायल



उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बछरावां रेलवे स्टेशन के पास रेल हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 55 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनमें 10 की हालत नाजुक है. दुर्घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है. केंद्र सरकार ने रेल हादसे के शिकार लोगों के लिए मुआवजे की घोषणा की है.

जनता एक्सप्रेस (14266) सुबह करीब 9 बजकर 30 मिनट पर पटरी से उतर गई. यह रेलगाड़ी देहरादून से वाराणसी जा रही थी. रेलगाड़ी का इंजन और दो डिब्बे पटरी से उतरने के बाद बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए.




रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा दुर्घटनास्थल पर हादसे का जायजा लेने के लिए पहुंचेंगे. हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए गए हैं.




रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा, 'दुर्घटनास्थल पर मदद भेज दी गई है. अभी हमारे पास हादसे की ज्यादा जानकारी नहीं है. हमारे पास जैसे ही जानकारी आएगी हम आपके साथ बांटेंगे.'




घटना के बाद राहत के लिए बचाव दल और मेडिकल टीम को रवाना कर दिया गया है. वरिष्ठ रेलवे अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए है.' इधर, उत्तर प्रदेश सरकार ने ट्रेन हादसे का शिकार हुए लोगों के लिए मुआवजे की घोषणा कर दी है. मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया गया है.







जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक इस हादसे के शिकार 15 लोगों के शव दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों से निकाले जा चुके हैं. अभी कई लोग अंदर फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने का काम तेजी से चल रहा है.




उन्होंने बताया कि घायलों को बछरावां के प्राथमिक केंद्र में रखा गया है, जबकि अन्य को रायबरेली तथा लखनऊ भेजा जा रहा है. रेलवे की एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन में भी डाक्टर मामूली रूप से घायलों का इलाज कर रहे हैं. रेलवे की एक टीम रेल पटरियों को दुरुस्त करने में लगी है.




वाराणसी-देहरादून जनता एक्सप्रेस हादसे के लिए रेलवे हेल्पलाइन नंबर...

लखनऊ- 09794830973

वाराणसी- 0542-2503814

प्रतापगढ़- 0534-2223830

रायबरेली- 0535-05352211224<




वहीं, रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा उनके मंत्रालय की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही के चलते वो घटनास्थल पर जाने में असमर्थ हैं लेकिन वो लगातार अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं.







 

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